नागेश्वर
गोमिया प्रखंड के पचमो पंचायत के तीन गांव सिमरावेडा, बलथरवा और सुवरकटवा के ग्रामीणों ने बैठक कर लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का निर्णय लिया है. गाव में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जायेगा और नियमों को नहीं मानने वालों को सामाजिक दंड दिया जायेगा. बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि लॉकडाउन की अवधि तक कोई भी ग्रामीण दूसरे गांव में न तो जायेगा, ना ही दूसरे गांव के लोग को अपने गांव में आने देगा.
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ग्रामीण ने कहा हम सभी जंगली क्षेत्र में रहते हैं, हमारी सुध लेने कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं आता है. ना ही कोई जन प्रतिनिधि की ही नजर हमपर पड़ती है. बैठक में निर्णय किया गया कि झुमरा से सिमराबेड़ा जो लिंक पथ है उसे फिलहाल बंद कर दिया जायेगा. कोई भी संकट पड़ेगी तो ग्रामीण आपस में मिलकर उसका समाधान करेंगे.
ग्रामीणों ने तीन गांव मिलाकर मुख्यमंत्री दीदी किचन खोलने की मांग जिले के उपायुक्त से की है. बैठक में नरेश मांझी, मेहिलाल मांझी, मनोज पहाड़िया, द्वारिका महतो, उगन महतो, महेंद्र महतो, खिरोधर महतो, मुकेश महतो, डेगलाल महतो, महादेव मांझी, नरेश मांझी, मेहिलाल मांझी, मुकेश किस्कू, विजय किस्कू, कमलेश मांझी, जलेश्वर महतो, जीतन महतो, धानेश्वर महतो, मेझाली देवी, छोटकी देवी, अनीता देवी, जितनी देवी, किरण देवी, मनवा देवी, भानवा देवी, संगीता देवी, सुशीला देवी, बड़की देवी, चांदमुनी देवी, सेझाली देवी, मुनिया देवी, धुरिया देवी, शीला देवी, गीता देवी, विमला देवी आदि उपस्थित थे.