Jagarnath Mahto Health Update, बोकारो न्यूज (राकेश वर्मा) : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो लगभग साढ़े आठ माह बाद 14 जून को चेन्नई से 8 सीटर प्राइवेट प्लेन से रांची लौटेंगे. ये जानकारी मंत्री जगरनाथ महतो ने दूरभाष पर प्रभात खबर को दी है. मंत्री श्री महतो ने बताया कि दिल्ली से विमान सीधे रांची पहुंचेगी. रांची स्थित रिम्स से दो चिकित्सकों की टीम लेकर विमान चेन्नई के लिये रवाना होगा. रिम्स के चिकित्सक चेन्नई में मंत्री का प्राइमेरी चेकअप करेंगे. जिसके बाद वे सीधे मंत्री को लेकर रांची के एयरपोर्ट के लिये रवाना होंगे. मंत्री के साथ विमान में चिकित्सकों की टीम के अलावा उनके पुत्र राजू महतो, झामुमो नेता जयलाल महतो व कुक रघुनाथ महतो साथ लौटेंगे.
रांची स्थित सरकारी बंगले में ही मंत्री जगरनाथ महतो फिलहाल रहेंगे. वह अभी अपने पैतृक आवास सीधे अलारगो नही आयेंगे. एयरपोर्ट से वह अपने सरकारी आवास पहुंचेंगे. मंत्री जगरनाथ महतो ने बताया कि वे पूरे तरह से अब स्वस्थ हैं. झारखंड वापस लौटने के बाद पूरी एनर्जी के साथ अपने कार्यों में जुट जायेंगे. चेन्नई एमजीएम अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें अब पूरी तरह फीट बताया है. कहा है कि पूर्व की तरह वे अब अपनी दिनचर्या व्यतीत कर सकते हैं. चिकित्सकों ने झारखंड लौटने के बाद कामकाज करने की भी इजाजत दी है. अब वे हर तरह से ठीक हैं. उन्हें फिलहाल किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं है. अभी वे खुद से टहलना, व्यायाम व बेहतर ढंग से भोजन ले रहे हैं.
20 मई 2021 को ही मंत्री जगरनाथ महतो को चेन्नई के एमजीएम अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. अभी वह वहां एक निजी फ्लैट में रुके हुए हैं. चिकित्सकों द्वारा इस दौरान समय-समय पर कई तरह की जांच प्रक्रिया व रुटीन चेकअप किया गया. जिसके बाद उन्हें बिल्कुल फीट बताया गया. मालूम हो कि 28 सितंबर 2020 को मंत्री कोरोना संक्रमित हुए थे. जिसके बाद उसी दिन उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था. 30 सितंबर को मंत्री श्री महतो को मेडिका ले जाया गया था. वहां स्थिति में सुधार नहीं होने पर 19 अक्टूबर 2020 को एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाया गया था. 28 अक्टूबर 2020 को उन्हें ट्रेकियोस्टोमाइज्ड किया गया. जब सीटी स्कैन में फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा तो उन्हें फेफड़े के प्रत्यारोपण के लिये भर्ती किया गया. ईसीएमओ पर 23 दिनों के बाद उन्हें 10 नवंबर 2020 को फेफड़े के प्रत्यारोपण से गुजरना पड़ा. 8 दिसंबर 2020 को मशीनी वेंटलेशन से हटा दिया गया था. अंत में 1 जनवरी 2021 को उनकी ट्रेकियोस्टोमी को हटा दिया गया था.
Posted By : Guru Swarup Mishra