Jharkhand News: झारखंड के बोकारो जिले के ललपनिया-गोमिया थाना अंतर्गत हजारी पंचायत के गरिवाडीह गांव में मां-बेटी ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना से गांव में शोक की लहर है. गोमिया के थाना प्रभारी आशीष खाखा सूचना पाकर सुबह करीब साढ़े सात बजे घटना स्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इधर, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
बताया जा रहा है कि मां लक्ष्मी देवी (42 वर्ष) व पुत्री पम्मी कुमारी (19 वर्ष) रात में खाना खाकर सोयी हुई थीं. बगल में कुछ ही दूरी पर शादी समारोह का आयोजन था. छुतका होने के चलते शादी समारोह में मां-बेटी शामिल नहीं हुईं. किसी परिचित के द्वारा रात्रि में फोन कर उन्हें शादी में बुलाया गया, लेकिन मां-बेटी शादी में नहीं गयीं. सुबह जब काफी देर तक दरवाजा बंद रहा, तो पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आयी. तब ग्रामीण जुटे और दरवाजा खोला गया, तो घर के बरामदे में बेटी गले में फंदा लगाकर झुलती दिखी, वहीं बगल के कमरे में मां भी गले में फंदा लगाकर झुलती दिखी.
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दोनों मां-बेटी का शव देख गांव में मातम पसर गया और इसकी सूचना गोमिया पुलिस को दी गयी. मृतका के पति खेमन यादव का निधन पांच वर्ष पहले हो चुका है. तीन पुत्री व एक पुत्र है. पुत्र राजू यादव है, जो चेन्नई में कार्य करता है. छोटी पुत्री पम्मी कुमारी इंटर प्रथम वर्ष की छात्रा थी. गोमिया के थाना प्रभारी ने बताया कि हर बिंदु की जांच जारी है. आत्महत्या है या हत्या. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी कहा जा सकता है. घटना स्थल पर पंचायत के निवर्तमान मुखिया चन्द्र दीप पासवान, धनंजय सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता मंटू यादव, गणेश यादव, मुकेश यादव, चरका यादव, बबलू यादव सहित काफी संख्या में ग्रामीण जुटे थे.
रिपोर्ट: नागेश्वर