Jharkhand News, बोकारो न्यूज (नागेश्वर) : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चुटे पंचायत के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र अमन पहाड़ से निरंतर बहने वाले अंबानाला जलस्रोत से चुटे पंचायत की सैकड़ों एकड़ भूमि में सिंचाई होती है. ब्रिटिश काल में बने अंबानाला से पानी गावों के खेतों में निरंतर जा रहा है. 2013-14 में प्रभात खबर में छपी खबर के बाद बोकारो के तत्कालीन उपविकास आयुक्त बलदेव राज ने जिला परिषद से लगभग 90 लाख रूपये का टेंडर निकालकर नाला की मरम्मत कराकर खेतों में पानी पहुंचाने का कार्य किया था. इससे पलायन रुका, लेकिन 8 वर्ष बाद मरम्मत के अभाव में नाला जर्जर हो गया है. इससे पानी का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है.
अमन पहाड़ से निरंतर बहने वाले अंबानाला जलस्रोत से नाले के माध्यम से चुटे, शास्त्री नगर, रजडेरवा, तुइयो, दंडरा आदि गांवों के ग्रामीण अपने-अपने खेतों में पानी ले जाकर कृषि कार्यों से लाभान्वित हो रहे थे. ग्रामीणों का कहना है कि अमन पहाड़ की तलहटी में वृहद आकार के चेक डैम का निर्माण कर जल को संग्रह कर पानी का उपयोग किया जा सकता है. चेक डैम के निर्माण होने से साल के बारहों महीने ग्रामीण विभिन्न प्रकार की खेती कर रोजगार से जुड़ते और मछली पालन कर सकते थे, लेकिन वर्षों पूर्व अंबानाला का पानी निरंतर बह रहा है, जिससे किसान व ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं.
वर्तमान में क्षेत्र के किसान सिर्फ धान की खेती करते हैं, जबकि गेहूं, चना, बाजरा के अलावा मौसम के अनुसार किसान साग-सब्जियों का उत्पादन कर स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं. चुटे पंचातय की मुखिया लता देवी, पूर्व मुखिया मो रियाज, सामाजिक कार्यकर्ता लालमोहन सिंह भोक्ता, डेगलाल महतो, भुनेश्वर महतो, राजू महतो, उपेन्द्र महतो ने बोकारो के उपायुक्त से मांग की है कि अंबानाला की मरम्मत कराने के साथ-साथ चेक डैम का निर्मान कराया जाए, ताकि पानी का सदुपयोग हो सके.
प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार ने कहा कि अंबानाला के बारे में उन्हें जानकारी है, लेकिन अभी तक इस नाले के बारे में पूरी जानकारी नहीं है. जांच कराकर अंबानाला को विकसित किया जायेगा. इसके लिए उपायुक्त को जानकारी दी जायेगी. वे जल्द क्षेत्र का दौरा करेंगे.
Posted By : Guru Swarup Mishra