Jharkhand News: झारखंड के बोकारो तथा हजारीबाग जिले के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित चन्द्रु फॉल में प्रकृति ने अद्भुत छटा बिखेरी हैं. यहां की प्राकृतिक छटा को देख पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन व झारखंड सरकार की बेरुखी के कारण आज गुमनामी की चादर में ढंका हुआ है. यहां कई मनमोहक जलप्रपात मौजूद हैं, जहां पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन सरकार की नजरों से ओझिल है.
चन्द्रु फॉल. झारखंड के अन्य जलप्रपातों में एक यह भी है, जिसकी कभी भी सुध सरकार व जिला प्रशासन द्वारा नहीं ली गयी. चारों ओर से वनों व पहाड़ों से ये घिरा हुआ है. विष्णुगढ़-गोमिया मुख्य मार्ग पर स्थित सदारो से महज 1 किमी तथा गोमिया से 8 किमी की दूरी पर यह जलप्रपात स्थित है. यहां पहुंचने के लिए 1 किमी कच्ची सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है, परंतु यहां पहुंचने पर झरने का कल- कल करता स्वर, चारों दिशाओं में फैली हरियाली, सफेद चट्टानों से ढंका यह स्थल पर्यटकों को रोमांचित कर देता है.
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सफेद चट्टानों के बीच से गिरता झरना तथा पक्षियों का स्वर को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे प्रकृति ने इसे काफी शिद्दत से गढ़ा है. यहां के जादुई दृश्य किसी भी पर्यटक को बार-बार यहां आने के लिए प्रेरित करते हैं, परंतु ये दुर्भाग्य है कि हजारीबाग और बोकारो जिला प्रशासन से लेकर झारखंड सरकार को भी अब तक इस पर ध्यान नहीं गया है. किसी जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी ने भी यहां तक पहुंचने की कोशिश नहीं की है. चंद्रु जलप्रपात वर्तमान में सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है. जरूरत है ऐसे खूबसूरत जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की, ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सके.
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रिपोर्ट: नागेश्वर