Jharkhand News, बोकारो न्यूज (नागेश्वर) : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चुटे पंचायत के उग्रवाद प्रभावित अमन गांव में पहली बार कोई सरकारी पदाधिकारी पहुंचा. आजादी के सात दशक और झारखंड निर्माण के दो दशक बाद पहली बार यहां बीडीओ कपिल कुमार बाइक से पहुंचे. उन्हें देखते ही ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे. इन्होंने ग्रामीणों की बातें सुनीं और तस्वीर बदलने का आश्वासन दिया.
उग्रवाद प्रभावित अमन गांव के ग्रामीणों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि बीडीओ उनके गांव आये हैं. ग्रामीणों से काफी सहजतापूर्वक मिलने के बाद उन्होंने कहा कि वे भी गांव में ही पले बढ़े हैं. उनके पिता किसान हैं. गोमिया प्रखंड में सेवा देने के बाद से ही अमन गांव आने की बात पर चिंतन कर रहा था. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि थोड़ा सा धैर्य रखें. अब इस गांव की तस्वीर बदल जायेगी.
Also Read: झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने वन महोत्सव का किया उद्घाटन, बोले-कागजों के बजाय धरातल पर हो पौधरोपणबीडीओ कपिल कुमार ने कहा कि सभी को प्रधानमंत्री आवास दिया जायेगा. इसके अलावा मनरेगा से कूप, तालाब, डोभा एवं सड़क निर्माण कराये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि छूटे हुये लोगों को पेंशन दिलायी जायेगी. ग्रामीणों से मिलने के बाद वे निकटसुंदरी पहाड़ भी गये. पहाड़ का सौंदर्य देख उन्होंने पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए पत्राचार करने की बात कही.
Also Read: झारखंड के गुमला में IED ब्लास्ट, कोबरा बटालियन का जवान घायल, सर्च ऑपरेशन में शामिल डॉग की मौतग्रामीणों ने बीडीओ से कहा कि सिमराबेड़ा से अमन तक पथ के निर्माण में वन विभाग द्वारा एनओसी नहीं दिये जाने के कारण पिछले दो वर्षों से सड़क निर्माण रुका हुआ है. इन्होंने अमन से दडंरा तक भी सड़क निर्माण कराने का आग्रह किया. मौके पर निवर्तमान मुखिया पति उपेन्द्र महतो, सतोष कुमार, अजय कुमार, रोजगार सेवक विष्णु देव महतो के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार पहाड़िया, संजय कुमार आदि ग्रामीण उपस्थित थे.
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