Bokaro News: ‘बदलते समय के साथ जीवन के हर क्षेत्र में बदलाव आया है और अब शिक्षण व अध्यापन की व्यवस्था में भी परिवर्तन जरूरी है. इसके लिए विद्यालयों के प्राचार्यों को स्वयं आगे आना होगा. एक विजन और मिशन के साथ जब तक वे नेतृत्वकर्ता नहीं बनेंगे, पुरानी सोच और पुरानी व्यवस्था में बदलाव संभव नहीं है.’ यह कहना है डीपीएस वाराणसी के प्राचार्य मुकेश शेलत का. डीपीएस बोकारो में आयोजित प्राचार्यों के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को वह बतौर रिसोर्स पर्सन संबोधित कर रहे थे.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के संयोजन में डॉ. राधाकृष्णन सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स द्वारा ‘पेडगॉजिकल लीडरशिप’ (अध्यापन-नेतृत्व) विषय पर दो-दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को शुरू हुआ. इसमें कॉम्प्लेक्स से जुड़े बोकारो के 36 विद्यालयों के प्राचार्यों सहित विभिन्न स्कूलों के कई प्रतिनिधि शामिल हुए. श्री शेलत ने कहा : शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अनुपालन के अलावा सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वहन भी होना चाहिए.
शेलत ने एक सफल नेतृत्वकर्ता के लिए आवश्यक मानदंडों पर चर्चा करते हुए टीम भावना, सीखने की संस्कृति विकसित करने, आत्मजागरूकता, विजन व मिशन के लिए समुचित प्लानिंग और रोडमैप तैयार करने सहित संबंधित कई चीजों की अनिवार्यता पर बल दिया. शेलत ने सामुदायिक विकास में सहभागिता पर भी विशेष जोर दिया. समाज में अभिवंचित वर्ग के बच्चों के पठन-पाठन, कौशल विकास, प्रतिभा-प्रोत्साहन की दिशा में भी प्रयास करने की जरूरत है.
कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने इस ओर किए जा रहे अपने प्रयासों की जानकारी दी. इसके पूर्व डॉ. राधाकृष्णन सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स के अध्यक्ष, सीबीएसई बोकारो के सिटी कोऑर्डिनेटर सह डीपीएस बोकारो के प्राचार्य एएस गंगवार ने इस प्रशिक्षण के उद्देश्यों और उपादेयता पर प्रकाश डाला. उन्होंने शिक्षण-कला और नेतृत्व-क्षमता के विकास में इसे काफी महत्वपूर्ण बताया. कॉम्प्लेक्स के कोषाध्यक्ष सह जिला प्रशिक्षण समन्वयक व एमजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य फादर रेजी सी वर्गीस ने कहा : अध्यापन एक विज्ञान व कला है. यह प्रशिक्षण शिक्षण-व्यवस्था के बदलाव में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाएगा.
प्रारंभ में कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई. छात्राओं ने सुमधुर स्वागत गान व विद्यालय गीत की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस अवसर पर उक्त शिक्षाविदों के अलावा मुख्य रूप से कॉम्प्लेक्स के महासचिव एआरएस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य बिश्वजीत पात्रा, सांस्कृतिक सचिव होली क्रॉस स्कूल बालीडीह की प्राचार्या सिस्टर कमला पॉल आदि उपस्थित रहे. इस अवसर पर पीएमकेवीवाई 3.0 के तहत डीपीएस बोकारो में संचालित ‘स्किल हब’ और विद्यालय के कला-शिल्प विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही.