दो दर्जन से अधिक हाथियों का झुंड जंगली क्षेत्रों और गांवों के बाद शहरी क्षेत्र पहुंच गया. शुक्रवार की सुबह बोकारो थर्मल की आवासीय कॉलोनी में इन हाथियों ने खूब उत्पात मचाया. सीसीएल गोविंदपुर परियोजना की बी टाइप कॉलोनी में सुबह साढ़े चार बजे हाथियों की चिंघाड़ने की आवाज सुन कर लोग जगे. हाथियों ने रिंकू मास्टर के आवास संख्या 69 में की चहारदीवारी गिरा दी और गेट को तोड़ दिया.
ड्रिल ऑपरेटर चेतलाल महतो के आवास संख्या 75 की दोनों खिड़कियों को तोड़ कर गिरा दिया. माइनिंग सरदार कीर्ति मंडल के आवास संख्या 91 में दोनों खिड़कियां तोड़ कर हाथी घुस गये. आवास में रहने वाले लोगों भाग कर अपनी जान बचायी. सिक्यूरिटी गार्ड धर्मेंद्र कुमार के आवास संख्या 106 की भी खिड़कियां हाथियों ने तोड़ दी.
शुक्रवार की शाम लगभग साढ़े पांच बजे हाथियों का झुंंड पहाड़ियों से उतर कर बोकारो थर्मल क्षेत्र में नया बस्ती के समीप बोकारो थर्मल-नरकी मेन रोड पर आ गया. सड़क किनारे राजू व कार्तिक सिंह की गुमटी को पलट दिया और गोविंद यादव व शिकारी का घर तोड़ दिया. हाथियों के भय से नया बस्ती के ग्रामीण अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर फुटबॉल मैदान के आसपास आ गये. रोड पर हाथियों को देख कर दोनों ओर वाहन चालक रुक गये.
हाथियों के आने की सूचना स्थानीय थाना और वन विभाग के अधिकारियों को दी गयी. वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों के आने के पहले हाथी कंजकिरो पहाड़ी की ओर चले गये. ग्रामीणों ने हाथियों को भगाने के लिए पटाखे फोड़े.
ऊपरघाट क्षेत्र अंतर्गत पलामू पंचायत के कोडाडीह गांव में गुरुवार की देर रात हाथियों के झुंड ने चार घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और चावल सहित अन्य खाद्यान्न खा गये. शंकर महतो, फागुन महतो, सुरेश महतो व अन्य एक ग्रामीण का घर क्षतिग्रस्त हुआ है. नावाडीह प्रखंड उप प्रमुख हरिलाल महतो ने वन विभाग से प्रभावित परिवारों को शीघ्र मुआवजा देने व हाथियों को भगाने की मांग की है.
इधर, कॉलोनीवासियों की सूचना पर स्थानीय थाना के सअनि अनंत कुमार सिंह और वन विभाग के अधिकारी व कर्मी पहुंचे और हाथियों को जंगल की ओर भगाया. हाथियों के आने से कॉलोनी में दहशत व्याप्त है.
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