कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक ऐसा बयान दे दिया जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर तेजी से हो रही है. अमिताभ बच्चन के बयान और पार्श्व गायक अरिजीत सिंह के गाने को लेकर ट्विटर पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के बीच तीखी बहस छिड़ गयी है.
अमिताभ बच्चन के यह कहने कि “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल उठाये जा रहे हैं” से शुरू हुई तीखी बयानबाजी अरिजीत सिंह के “रंग दे तू मोहे गेरुआ” गीत गाने के बाद तेज होती नजर आ रही है. कई लोगों ने इस गाने को शाहरुख खान अभिनीत फिल्म “पठान” के एक गीत में दीपिका पादुकोण द्वारा पहने गये कपड़ों को लेकर हुए विवाद से जोड़ दिया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अरिजीत को यह गीत गाने के लिए कहा कि जिसके बाद बहस ने तूल पकड़ लिया. भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि अमिताभ बच्चन के बयान के लिए इससे अच्छी जगह नहीं हो सकती थी क्योंकि उन्होंने कोलकाता में मंच पर ममता बनर्जी की मौजूदगी में यह बात कही। यह अत्याचारी को आईना दिखाने जैसा है.
अभिनेत्री व तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने भी तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि अत्याचारी शासन के संकेतों में फिल्मों पर प्रतिबंध लगाना, पत्रकारों को हिरासत में लेना और आम लोगों को सच बोलने के लिए दंडित करना शामिल है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा स्वतंत्रता पर “लगाम” लगा रही है, जबकि अमित मालवीय दूसरों पर आरोप लगाने में व्यस्त हैं.
Also Read: KBC 14: अमिताभ बच्चन के शो में पहली बार एक्सपर्ट ने दिया गलत जवाब, दिवित ने गंवाये 6 लाख 40 हजार
आपको बता दें कि “रंग दे तू मोहे गेरुआ” शाहरुख खान की एक और फिल्म “दिलवाले” का एक गीत है, जिसमें उन्होंने काजोल के साथ मुख्य भूमिका निभाई थी. मालवीय ने ट्वीट किया कि यह अनुभूति की शाम थी. श्रीमान बच्चन से लेकर अरिजीत तक ने ममता बनर्जी की मौजूदगी में उन्हें याद दिलाया कि बंगाल का भविष्य भगवा है…