साल 1996 जब मंदिरा और राज, पहली बार मिले थे. राज, मुकुल आनंद के साथ मुख्य सहायक के रूप में काम कर रहे थे, उस समय मंदिरा पहले से ही सबसे चर्चित सीरियल 'शांति' और 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में काम कर चुकी थीं.
राज ने उसका काम देखा था, लेकिन जब पहली बार उन्होंने मंदिरा बेदी को देखा था तो वो देखते ही रह गये थे. वो रेड एंड व्हाइट स्ट्रीप्ड टीशर्ट और खाकी पैंट में ऑडिशन के लिए आई थीं.
इसके बाद दोनों की अक्सर मुलाकातें होने लगीं. साल 1996 के अंत तक मंदिरा और राज एक रिलेशनशिप में आ गए थे.
bollywoodshaadis के अनुसार मंदिरा के साथ मुलाकातों के बारे में राज का कहना थी कि उनके साथ तीन मुलाकात के बाद वो समझ गए थे कि उन्हें अपनी जिंदगी का प्यार मिल गया है
राज, मंदिरा से शादी करने का लेकर कंफर्म थे इसलिए उन्होंने मंदिरा को अपने पेरेंट्स से मिलवाने में एक सेकंड भी बर्बाद नहीं किया.
राज के माता-पिता अपने बेटे की पसंद को पूरा करने के लिए तैयार थे, लेकिन मंदिरा के घर पर इस प्रपोजल को लेकर सबकुछ ठीकठाक नहीं था.
मंदिरा के पेरेंट्स अपनी बेटी की शादी एक फिल्म निर्देशक से करने को लेकर थोड़ा उलझन में थे. उन्हें मनाने में थोड़ा समय लगा.
इस जोड़ी ने आखिरकार सबकी रजामंदी से 14 फरवरी, 1999 को शादी कर ली.
शादी के 12 साल बाद इनकी जिंदगी में एक और खुशी ने दस्तक दी. मंदिरा ने एक प्यारे से बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम वीर कौशल रखा गया. उन्होंने एक बेटी को गोद भी लिया है जिसका नाम तारा है.