रणवीर सिंह अभिनीत फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार’ को आगामी फिल्म के ट्रेलर के एक दृश्य को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में बुधवार को एक याचिका दायर की गई है. जिसमें प्रसव पूर्व लिंग जांच के लिए अल्ट्रासाउंड तकनीक के इस्तेमाल को देखा जा सकता है. जनहित याचिका (PIL) को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया गया था.
याचिकाकर्ता ‘यूथ अगेंस्ट क्राइम’ अधिवक्ता पवन प्रकाश पाठक द्वा शिकायत दर्ज कराई गई है. उनका कहना है कि, “अल्ट्रासाउंड क्लिनिक सीन जहां बिना सेंसर के लिंग चयन के लिए अल्ट्रासाउंड की तकनीक का खुले तौर पर विज्ञापन किया जा रहा है और धारा 3, 3 ए, 3 बी, 4, 6 और पीसी और पीएनडीटी अधिनियम के 22 के अनुसार इसकी अनुमति नहीं है और इसलिए तत्काल जनहित याचिका है.”
रणवीर सिंह इस फिल्म में गुजराती शख्स की भूमिका निभा रहे हैं. वहीं बोमन ईरानी उनके पिता के किरदार में दिख रहे हैं. रणवीर अपनी अजन्मी बच्ची के लिए लड़ते हुए नजर आयेंगे. पिछले दिनों ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया था जिसे बेहद पसंद किया जा रहा है. पिछले कई दिनों से रणवीर सिंह अपने इस किरदार को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं.
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समाज पर तंज कसती इस फिल्म के प्रोड्यूसर मनीष शर्मा ने किया है. ‘जयेशभाई जोरदार’ में ‘अर्जुन रेड्डी’ फेम शालिनी पांडे भी हैं, जो इसी फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं. फिल्म का निर्देशन नवोदित दिव्यांग ठक्कर ने किया है और यह 13 मई को रिलीज हो रही है.
पिंकविला की रिपोर्ट के अनुसार, जयेशभाई एक ऐसा किरदार है जिसका हिंदी सिनेमा में कोई संदर्भ बिंदु नहीं है लेकिन अगर उन्हें व्यवहार के मामले में किसी के साथ समानताएं बनानी हैं तो वह चार्ली चैपलिन होंगे. बाजीराव मस्तानी एक्टर के अनुसार, कॉमेडियन में उनके दर्द को सहने और उसके साथ चलने की क्षमता थी. रणवीर ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी स्थिति बेहद दुखद थी लेकिन वह हास्य की शक्ति के माध्यम से इससे निपटने में सक्षम थे.