सोनम कपूर के पति आनंद आहूजा सुर्खियों में आ गये हैं. उन्होंने अपनी ग्राहक सेवा के लिए एक अंतरराष्ट्रीय शिपिंग कंपनी के खिलाफ ट्वीट किया था. अब चर्चा यह है कि शिपिंग कंपनी ने आनंद को इनवॉस के साथ कथित छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. बतो दें कि इनवॉस का इस्तेमाल करके कोई भी टैक्स और कस्टम ड्यूटी देने से बच सकता है. अब आनंद आहूजा ने इसपर प्रतिक्रिया दी है.
आनंद आहूजा के ट्वीट का जवाब देते हुए कंपनी ने लिखा कि, समस्या उनकी सेवाओं में नहीं थी, बल्कि सोनम के पति द्वारा प्रदान किए गए दस्तावेजों के साथ थी. इस बीच सोनम ने इससे पहले ई-कॉमर्स साइट के खिलाफ अपने ट्वीट में आनंद का समर्थन किया था.
अब कंपनी ने दावा किया कि, छेड़छाड़ किए गए चालान उन कीमतों को सूचीबद्ध करते हैं जो माल के लिए उनके द्वारा भुगतान किए गए मूल्य से 90% तक कम थीं. जबकि हमारी नीति किसी भी ग्राहक के मुद्दों को सुधारने के लिए अपनी पूरी कोशिश करना है, हमारा कर्तव्य है कि हम नियामक अनुपालन को बनाए रखें.” शिपिंग कंपनी ने आनंद आहूजा पर आरोप लगाए थे.
ट्वीट में आगे कहा गया, “यह ग्राहक सेवा की गुणवत्ता, नई नीतियों, या आइटम को अनुचित तरीके से रखने का मामला नहीं है जैसा कि ट्वीट किया गया था. श्री आहूजा ने ईबे पर खरीदे गए स्नीकर्स के लिए भुगतान की गई कीमत को गलत तरीके से प्रस्तुत किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें कम शुल्क और कर का भुगतान करना होगा. बहुत सरल शब्दों में कहें तो अंतरराष्ट्रीय शिपमेंट भेजते समय सटीक जानकारी प्रदान करना हमारा कानूनी दायित्व है. MyUS और श्री आहूजा दोनों अंतरराष्ट्रीय निर्यात नियमों के अधीन हैं, और हम उनका पालन करने का इरादा रखते हैं.
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अब आनंद आहूजा ने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि, कंपनी ने पीडीएफ रसीदों और बैंक स्टेटमेंट को मान्य करने से इनकार कर दिया और उन पर अधिक शुल्क लगाने और लंबे समय तक अपना सामान रखने की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट किया, “ये निराधार बदनामी है- आप ही थे जिन्होंने पीडीएफ रसीदों और बैंक विवरणों को मान्य करने से इनकार कर दिया था, ताकि आप मुझसे अधिक शुल्क ले सकें और विलंब शुल्क अर्जित करने के लिए मेरे सामान को लंबे समय तक रोक सकें.”
You should watch your baseless slandering- you were the ones that refused to validate PDF receipts & bank statements just so you could overcharge me and hold my goods longer to earn late fees.
— anand s ahuja (@anandahuja) February 11, 2022