द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को हाल ही में ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. अब उन्होंने एक घटना का साझा किया है. उन्होंने बताया कि लोगों ने उनके ऑफिस में इंट्री की और उनकी गैर-मौजूदगी में मैनेजर के साथ दुर्व्यवहार किया. यह फिल्म 1990 के दशक में घाटी में कश्मीरी पंडितों के पलायन और क्रूर नरसंहार पर आधारित है. समाज के एक वर्ग ने फिल्म के प्रति अपनी नाराजगी दिखाई है.
अपनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स से राजनीतिक हलचल पैदा करनेवाले विवेक अग्निहोत्री को सीआरपीएफ कमांडो कवर के साथ ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सीआरपीएफ के सात से आठ कमांडो अब चौबीसों घंटे विवेक अग्निहोत्री की सुरक्षा प्रदान करते हैं.
फिल्म की रिलीज के बाद से उन्हें धमकियां मिल रही हैं, इस बारे में बात करते हुए विवेक ने बॉलीवुड हंगामा को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “हां, धमकियां मिली हैं. हाल ही में जब मैं और मेरी पत्नी ऑफिस में नहीं थे तो दो लड़के वहां घुस आए. वहां सिर्फ एक मैनेजर था जो एक अधेड़ उम्र की महिला हैं. उन्होंने उन्हें दरवाजे से धक्का दिया, वह गिर गई, उन्होंने मेरे बारे में पूछा और फिर वहां से भाग गए. मैंने इस घटना के बारे में कभी नहीं कहा क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि ऐसे तत्वों को कोई प्रचार मिले.”
पीटीआई के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है क्योंकि द कश्मीर फाइल्स के जारी होने के बाद उनकी बढ़ती खतरे की वजह से उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सूत्रों ने बताया कि उन्हें देश में चौथी उच्चतम श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है. यह कदम विवेक अग्निहोत्री द्वारा अपनी फिल्म की रिलीज पर अपनी जान को खतरा होने का दावा करने के हफ्तों बाद उठाया गया है.
बता दें कि, द कश्मीर फाइल्स में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, पुनीत इस्सार और अन्य कलाकार हैं. फिल्म ने रिलीज के 12 दिनों में घरेलू बॉक्स ऑफिस पर ₹200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है.