दिवंगत अभिनेत्री विद्या सिन्हा को फिल्म रजनीगंधा और छोटी सी बात जैसी गैर-नाटकीय फिल्मों में प्रदर्शित होने के लिए जाना जाता था. उन्हें एक फीमेल एक्ट्रेस होने के नाते सिर्फ ग्लैमरस आउटफिट में ढलना नहीं था. विद्या ने 2015 में एक इंटरव्यू में साझा किया कि उन्होंने बासु चटर्जी की 1974 की फिल्म रजनीगंधा के सेट पर अभिनय का शिल्प सीखा. लेकिन कम ही लोग इस बात को जानते हैं कि राज कपूर ने उन्हें अपनी चर्चित फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम में एक प्रमुख भूमिका की पेशकश की गई थी लेकिन उन्होंने इसे छोड़ दिया.
रेडिफ.कॉम को दिये इंटरव्यू में विद्या ने खुलासा किया कि उन्हें सत्यम शिवम सुंदरम में मुख्य भूमिका की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस फिल्में में काम नहीं करने का फैसला किया क्योंकि वह किरदार का आउटफिट पहनने में सहज नहीं थीं. विद्या ने साफ शब्दों में कहा था, “मैंने सत्यम शिवम सुंदरम को इसलिए हां नहीं कहा था क्योंकि मैं जीनत अमान के कपड़े पहनने में सहज नहीं थी.”
उन्होंने आगे कहा था, “मुझे सत्यम शिवम सुंदरम की पेशकश की गई थी, लेकिन मैंने इसे नहीं किया, क्योंकि मैं जीनत अमान के कपड़े पहनने में सहज नहीं थी. राजजी (राज कपूर) और मेरे दादाजी बहुत करीबी थे और उन्होंने मेरे दादा के साथ एक फिल्म (दिल की रानी, 1947) में काम किया था. उनके पिता पृथ्वीराज ने भी मेरे दादा के साथ काम किया (श्री कृष्णर्जुन युद्ध, 1945) में. हम एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे लेकिन फिर भी, मैंने उनसे कहा कि मैं उनकी फिल्म में अभिनय करने में सहज नहीं होऊंगी. उनके नाना निर्देशक मोहन सिन्हा थे.”
भले ही विद्या सिन्हा ने फिल्म को मना कर दिया, लेकिन उन्हें इस बात का पछतावा था कि उन्होंने इस फिल्म का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा, “राज कपूर के साथ काम करना हर लड़की का सपना होता है और इसलिए मुझे अब भी उन्हें ना कहने और उनके साथ काम नहीं करने का अफसोस है क्योंकि मैं हमेशा से उनके साथ काम करना चाहती थी.” सिर्फ विद्या ही नहीं हेमा मालिनी ने भी इस फिल्म को ठुकरा दिया था.
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गौरतलब है कि, विद्या सिन्हा ने हिंदी फिल्मों में कुछ अच्छे वर्षों तक आनंद लिया और बाद में टेलीविजन धारावाहिकों से वापसी की. उनका 2019 में मुंबई में निधन हो गया था.