नयी दिल्ली : देश में स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक 9.5 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है. अक्टूबर, 2014 में शुरू इस कार्यक्रम के तहत पिछले चार वर्षों में 99.2 फीसदी गांव इसके दायरे में आ चुके हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि योजना लागू किये जाने के बाद 5,64,658 गांव खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित किये गये हैं.
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आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, 14 जून, 2019 तक 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 फीसदी व्यक्तिगत घरेलू शौचालय (आईएचएचएल) कवरेज करायी जा चुकी है. उसमें कहा गया है कि एसबीएम में स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है. समीक्षा में कहा गया है कि स्कूलों, सड़कों एवं पार्कों में महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाये गये हैं. इस तरह यह मिशन स्त्री-पुरूष के बीच असमानता खत्म करने में उपयोगी रहा है.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि इस सार्वजनिक अभियान का समाज पर कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं. इनमें से स्कूलों में लड़कियों के पंजीयन का अनुपात बढ़ा है और स्वास्थ्य बेहतर हुआ है.