नयी दिल्ली : यदि आप टैक्सपेयर्स हैं और ईमानदारी से टैक्स का भुगतान करते हैं, तो सरकार की ओर से आप सम्मानित भी किये जा सकते हैं. संसद में गुरुवार को पेश आर्थिक समीक्षा में ईमानदारी से कर देने वालों को सम्मानित करने और कर अनुपालन बढ़ाने के लिए आकर्षक सुझाव दिये गये हैं. समीक्षा में कहा गया है कि हर जिले के शीर्ष 10 करदाताओं की पहचान कर उन्हें राजनयिकों की तरफ विशेष सम्मान दिया जाना चाहिए.
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समीक्षा में कहा गया है कि हर जिले में सबसे ज्यादा कर देने वाले 10 लोगों की पहचान कर उन्हें विदेश यात्रा के समय आव्रजन काउंटर पर तरजीह देने, हवाईअड्डे पर त्वरित बोर्डिंग की सुविधा देने और यहां तक कि सड़कों, भवनों और स्कूलों के नाम उनके नाम पर रखे जा सकते हैं. समीक्षा में कहा गया है कि आमतौर पर लोग अपना सामाजिक रुतबे को दिखाने के लिए दूसरों को आकर्षित करने वाली चीजों का उपभोग करते हैं. ऐसे में एक जिले के भीतर 10 सबसे ज्यादा कर देने वालों को बेहतर पहचान और उचित तवज्जो दी जा सकती है.
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वर्ष 2018-19 की इस आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि ज्यादा कर देने वालों को सम्मान देने से दूसरे लोग भी प्रोत्साहित होंगे. इससे समाज में यह संदेश जायेगा कि ईमानदारी से कर देना माननीय है. बड़ी परियोजनाओं के लिए जहां काम हो रहा है, वहां इस तरह के बोर्ड लगाये जा सकते हैं ‘काम में लगा कर से प्राप्त धन.’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को 2018- 19 की आर्थिक समीक्षा को संसद में पेश किया.
इसमें कहा गया है कि पिछले एक दशक में लगातार अधिक कर देने वालों के नाम पर महत्वपूर्ण भवनों, स्मारकों, सड़कों, गाड़ियों और स्कूल एवं विश्वविद्यालयों के नाम रखे जा सकते हैं. यहां तक कि अस्पतालों और हवाईअड्डों के नाम पर करदाताओं के नाम पर रखे जा सकते हैं.