अनिल अंबानी के बाद अब कुमार मंगलम बिड़ला ने साधा जियो पर निशाना, कहा-फ्री डाटा आैर काॅलिंग आॅफर से टेलीकाॅम सेक्टर में पैदा हुर्इ अभूतपूर्व बाधा
नयी दिल्लीः रिलायंस कम्युनिकेशन के मालिक अनिल अंबानी के बाद टेलीकाॅम सेक्टर के एक अन्य सर्विस प्रोवाइडर कंपनी आइडिया सेल्युलर के मालिक कुमार मंगलम बिड़ला ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की जियो पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कंपनी रिलायंस जियो के फ्री डेटा और कॉलिंग ऑफर को दूरसंचार क्षेत्र में […]
नयी दिल्लीः रिलायंस कम्युनिकेशन के मालिक अनिल अंबानी के बाद टेलीकाॅम सेक्टर के एक अन्य सर्विस प्रोवाइडर कंपनी आइडिया सेल्युलर के मालिक कुमार मंगलम बिड़ला ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की जियो पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कंपनी रिलायंस जियो के फ्री डेटा और कॉलिंग ऑफर को दूरसंचार क्षेत्र में ‘अभूतपूर्व व्यवधान’ पैदा करने वाला बताया है. इसके साथ ही, उन्होंने उम्मीद भी जतायी कि वित्त वर्ष 2017-18 में टेलीकॉम सेक्टर वृद्धि के रास्ते पर लौट आयेगा. आइडिया सेल्युलर के शेयरधारकों को लिखे एक चिट्ठी में जियो का नाम लिए बगैर बिड़ला ने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में दूरसंचार उद्योग की सालाना आय में 2 फीसदी की गिरावट आयी है.
इस खबर को भी पढेंः रिलायंस कम्युनिकेशन ने टेलीकाॅम सेक्टर के घाटे के बहाने रिलायंस जियो पर किया वार!
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब रिलायंस जियो के दूरसंचार क्षेत्र में प्रवेश करने से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते इस पूरे उद्योग के लाभ और आय में कमी आयी है. इस बात को लेकर अभी हाल ही में रिलायंस कम्युनिकेशन के मालिक अनिल अंबानी ने टेलीकाॅम सेक्टर में नकदी संकट के पीछे रिलायंस जियो के आने के बाद मार्केट में छिड़ी प्राइस वार को अहम वजह बतायी थी.
अनिल अंबानी के बाद बिड़ला ने कहा कि यह ‘दूरसंचार की अनिरंतरता’ का दौर है. यह मोबाइल कारोबार के मानकों को स्थायी तौर पर बदल रहा है. सभी दूरसंचार सेवाप्रदाताओं के वित्तीय मानकों में तेज गिरावट देखी गयी है. हालांकि, बिड़ला ने कहा कि नयी कंपनी द्वारा अपनी सेवाओं के लिए शुल्क लेना शुरू करने के बाद वित्त वर्ष 2017-18 में उद्योग धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौट आयेगा.
अपनी कंपनी आइडिया सेल्युलर का वोडाफोन इंडिया के साथ संयुक्त विलय के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए भारतीय प्रतिस्पधार् आयोग को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. स्कीम ऑफ अरेंजमेंट भी भेजा जा चुका है और हम सेबी और स्टॉक एक्सचेंज की सहमति की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.