नयी दिल्ली : रिलायंस जियो के अनुमानित 90 प्रतिशत ग्राहकों ने इसकी प्राइम सदस्यता को चुना है जो उसने अपने प्रचार के लिए शुरू की थी. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की एक रपट में यह बात कही गयी है. अध्ययन के अनुसार जियो के करीब 76 प्रतिशत ग्राहक उसकी इस प्रचारात्मक योजना के खत्म होने के बाद भी इसकी सेवाओं को जारी रखने की इच्छा रखते हैं.
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रपट में कहा गया है, कि 80 प्रतिशत उपयोक्ताओं के पास केवल एक जियो सिम है, इसमें 90 प्रतिशत के पास प्राइम सदस्यता है और 84 प्रतिशत ने जियो के मासिक टॉप-अप का भी भुगतान किया है. रपट के अनुसार, भुगतान करने वालों में अधिकतर ने 303 रुपये या 309 रुपये के पैक का भुगतान किया है.
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रपट में कहा गया है, ‘मजे की बात यह है कि सर्वे में जिन लोगों को शामिल किया गया है उनमें से केवल पांच प्रतिशत ही लाइफ (हैंडसेट) का इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि 40 प्रतिशत सैमसंग और 7 प्रतिशत आईफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. ‘ यह आन लाइन सर्वे जून माह के मध्य में ही किया गया और इसमें करीब 1,000 उपभोक्तओं को शामिल किया गया था. ये ग्राहक बाजार के पूरे फलक का नहीं बल्कि मध्यम और उच्च श्रेणी के उपयोगकर्ता हैं.
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दूरसंचार विनियामक ट्राई की एक रपट के अनुसार दूरसंचार बाजर में पिछले साल पांच सितंबर को कदम रखने वाली इस कंपनी के ग्रहकों की संख्या इस वर्ष अप्रैल के अंत तक 11.2 करोड तक पहुंच गयी थी. इस तरह रिलायंस जियो की ग्राहक जोडने की रफ्तार एक नया कीर्तिमान है. सर्वे में 68 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने अपनी पुरानी सेवा कंपनियों से बातचीत में 10-40 प्रतिशत तक रियायत प्राप्त की है.
रपट का निष्कर्ष है कि भारती एयरटेल उच्च स्तर के उपभोक्तओं के बाजार में जियो के साथ प्रतिस्पर्धा करने के मामले में सबसे अच्छी स्थिति में है तथा इस कंपनी को बाजार में विलय और अधिग्रहण की स्थिति में निम्न उपभोग करने वाले ग्राहकों के बीच फायदा होगा.
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