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आज आधी रात से देश की नियति बन जायेगा GST, देश के लोगों को मिलेगी टैक्स के बोझ से आजादी

नयी दिल्लीः आज यानी शुक्रवार या फिर 30 जून। आज देश के लोगों के लिए एेतिहासिक दिन या फिर एेतिहासिक पल। जी हां, आज का दिन सबसे खास आैर रात उससे भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण. वजह यह कि आज रात ठीक 12 बजे या फिर आधी रात से जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवाकर देश की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2017 8:19 AM

नयी दिल्लीः आज यानी शुक्रवार या फिर 30 जून। आज देश के लोगों के लिए एेतिहासिक दिन या फिर एेतिहासिक पल। जी हां, आज का दिन सबसे खास आैर रात उससे भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण. वजह यह कि आज रात ठीक 12 बजे या फिर आधी रात से जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवाकर देश की नियति बन जायेगा. इतना ही नहीं, एक देश, एक कर को लागू करने वाला करों का यह प्रावधान लागू होने के देश के लोगों को टैक्स के बोझ से आजादी प्रदान करेगा, तो भ्रष्टाचार आैर मुनाफाखोर कारोबारियों, उद्योगपतियों आैर व्यापारियों पर नकेल भी कसेगा. जीएसटी की घोषणा के लिए सरकार की आेर से करीब-करीब तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.

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यह बात दीगर है कि देश के इस एेतिहासिक क्षण पर सरकार की आेर से संसद के केंद्रीय भवन में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम में कांग्रेस आैर तृणमूल कांग्रेस के लोग शिरकत नहीं करेंगे. इसकी वजह यह है कि कांग्रेस इसे 14 अगस्त, 1947 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आेर से की नियति से किये गये वादे यानी आजादी की घोषणा को धुमिल करने वाला कार्यक्रम मान रही है.

हालांकि, उसके इस रुख से पहले ही सरकार ने यह साफ कर दिया है कि जीएसटी किसी एक दल या फिर सरकार के एकतरफा फैसले के बाद लागू नहीं किया जा रहा है, बल्कि देश के जीवित तमाम पूर्व प्रधानमंत्रियों आैर सभी दलों के लोगों की सहमति के बाद लागू किया जा रहा है. इसलिए इसे लेकर किसी का विरोध करना बेमानी ही साबित होगा.

खैर, फिलहाल स्थिति यह है कि जीएसटी की घोषणा करने के लिए संसद के केंद्रीय हाॅल में आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में सितारों की महफिल सजायी जायेगी. इस महफिल में बाॅलीवुड के सितारों के अलावा उद्योग जगत के नामी-गिरामी हस्ती आैर राजनेता मौजूद रहेंगे. इस बीच खबर यह भी आ रही है कि भारत के राजनीतिक दलों में कुछ दलों के लीडर इसके विरोध में बायकाॅट करेंगे, तो कुछ इस एेतिहासिक पल में शिरकत करने के मूड में दिखायी दे रहे हैं.

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, शुक्रवार यानी 30 जून को संसद में जीएसटी लागू होने की घोषणा होने के समय बाॅलीवुड के अभिनेता आैर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, गायिका लता मंगेशकर, उद्योगपति रतन टाटा, कानूनविद् सोली सोराबजी, केके वेणुगोपाल और हरिश साल्वे जैसी हस्तियां मौजूद रह सकती हैं. नरेंद्र मोदी सरकार ने 80 मिनट के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश की करीब 100 चर्चित शख्सियतों को न्योता दिया है.

माना यह भी जा रहा है कि कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, भारतीय रिजर्व बैंक के मौजूदा गवर्नर उर्जित पटेल और कई पूर्व गवर्नर सी रंगराजन, बिमल जालान, वाईवी रेड्डी और डी सुब्बाराव भी मौजूद रहेंगे. जीएसटी परिषद के सदस्यों के साथ ही मोदी सरकार ने कारोबारी संस्थानों सीआईआई, फिक्की, एसोचैम इत्यादि के प्रमुख अधिकारियों को भी न्योता दिया है.

जीएसटी लॉन्च कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जजों और हाई कोर्टों के मुख्य न्यायाधीशों को भी बुलाया गया है. मीडिया की खबरों में यह कहा जा रहा है कि संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कई विशिष्ट हस्तियों को खुद फोन करके कार्यक्रम में आने के लिए न्योता दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम शुक्रवार को रात करीब 10.45 पर शुरू होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आने से पहले मेहमानों को जीएसटी पर 10 मिनट की फिल्म दिखायी जायेगी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली एक परिचयात्मक भाषण देंगे.

रात को ठीक 12 बजे जीएसटी लॉन्च होने के बाद एक दो मिनट की फिल्म दिखायी जायेगी और उसके बाद राष्ट्रपति चले जायेंगे. रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी लॉन्च के मंच पर राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के अलावा उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा मौजूद रहेंगे.

हालांकि, केंद्र सरकार जीएसटी लॉन्च को यादगार बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है, लेकिन कुछ विपक्षी दल इसका बायकाॅट करने की तैयारी में है. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे केंद्र सरकार की ऐतिहासिक भूल बताते हुए जीएसडी लॉन्च कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की है. उधर, कांग्रेस ने भी इसमें शामिल नहीं होने का एेलान किया है.

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