रिलायंस जियो ने दिग्गजों के छुड़ा दिये छक्के, एयरटेल-वोडाफोन को पछाड़ बाजार हिस्सेदारी पर जमाया कब्जा
नयी दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की आेर से पिछले साल के सितंबर महीने से देश के दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखने के बाद बाजार में पहले से कब्जा जमाये बैठी दिग्गज कंपनियों के छक्के छूटने लगे हैं. आलम यह है कि बीते साल प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर […]
नयी दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की आेर से पिछले साल के सितंबर महीने से देश के दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखने के बाद बाजार में पहले से कब्जा जमाये बैठी दिग्गज कंपनियों के छक्के छूटने लगे हैं. आलम यह है कि बीते साल प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर की बाजार हिस्सेदारी में कमी आयी है. नयी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने आक्रामक रणनीति के जरिये तेजी से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ायी है.
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भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिरकण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2016 की समाप्ति पर जियो की बाजार हिस्सेदारी 6.4 फीसदी पर पहुंच गयी. ट्राई की वार्षिक दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर, 2016 के अंत तक भारती एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी घटकर 23.58 फीसदी रह गयी, जो एक साल पहले 24.07 फीसदी पर थी. हालांकि, इस दौरान एयरटेल के ग्राहकों की संख्या में 9.3 फीसदी का इजाफा हुआ. कंपनी ने साल के दौरान 2.25 करोड़ नये ग्राहक जोड़े. वोडाफोन ने साल के दौरान 1.10 करोड़ नये ग्राहक बनाये, लेकिन उसकी बाजार हिस्सेदारी 19.15 फीसदी से घटकर 18.16 फीसदी पर आ गयी.
रिलायंस जियो ने सितंबर, 2016 में वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था. उसने मुफ्त वाइस और डेटा की पेशकश की थी. साल के अंत तक कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 6.4 फीसदी रही और उसके ग्राहकों की संख्या 7.21 करोड थी. दिसंबर, 2016 के अंत तक आइडिया सेल्युलर के कनेक्शनों की संख्या 19.05 करोड़ थी. उसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 16.9 फीसदी रह गयी, जो एक साल पहले 17.01 फीसदी थी.
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