नयी दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन के बाद कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने स्थिति की समीक्षा कर मंत्रालयों तथा विभागों को हिदायत देते हुए कहा है कि जीएसटी लागू होने के बाद बाजार में चीजों की कमी न हो. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जरूरी चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी न हो आैर वह काबू में ही रहे. इसके साथ ही, उन्होंने मंत्रालयों आैर विभागों के अधिकारियों से यह भी तय करने को कहा है कि खुदरा बाजार में दुकानदार जीएसटी के बाद तय की गयी सामानों की दरों के साथ अपनी दुकान पर वस्तुआें के दाम की सूची को भी प्रदर्शित करें, ताकि ग्राहकों को नये मूल्य का पता चल सके.
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कैबिनेट सचिव सिन्हा ने विभागों से यह भी तय करने को कहा कि रिटेलर, डीलर-दुकानदार जीएसटी के तहत उनके द्वारा बेची जाने वाली वस्तुओं की मूल्य सूची प्रदर्शित करें. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि विभिन्न उत्पादों तथा उपभोक्ता सामान की कमी न होने पाये, जिससे कीमतों को काबू में रखा जा सके. विशेष रूप से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को काबू में रखने पर ध्यान दिया जायेगा.
सिन्हा ने जोर देकर कहा कि जीएसटी का लाभ उपभोक्ताओं को दिया जाये. इससे महंगाई को अंकुश में रखने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि डीलरों, खुदरा कारोबारियों द्वारा कंप्यूटर वाले बिल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न मशीनों को जल्द से जल्द नयी जीएसटी दरों के हिसाब से समायोजित किया जाये.
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