जैसे-जैसे बरसात के मौसम की शुरुआत हो रही है, टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं. यही वजह है कि महज कुछ दिन पहले जो टमाटर 20 से 25 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह अब 80 रुपये किलो से भी आगे पहुंच गया है. टमाटर कीबढ़ती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ना शुरू कर दिया है.
टमाटर की बढ़ती कीमतों के पीछे सब्जी विक्रेता बारिश को दोषी ठहरा रहे हैं, जिसकी वजह से फसल खराब होती है. बताया जाता है कि अगली फसल आने तक दामों में तेजी यूं ही बनी रहेगी. टमाटर की नयी फसल सितंबर के पहले हफ्ते तक आने की उम्मीद है.
यही नहीं, बारिश ने दूसरी सब्जियों की कीमतों को भी प्रभावित किया है. बताया जाता है कि बरसात की वजह से खेत में पड़ी फसल नष्ट होने लगती है, जिससे मंडी में सब्जियों की आवक कम हो जाती है. फलत: कीमतें भी बढ़ने लगती हैं.
VIDEO : टमाटर सहित सब्जियां हुईं महंगी, सोशल मीडिया पर भी हो रही है चर्चा
हरी सब्जियों की बात करें, तो बारिश के मौसम की शुरुआत से पत्तागोभी, फूलगोभी, मूली, खीरा, बरबट्टी,गोभी की भी कीमतों में उछाल आया है. इसके अलावा, आलू भी महंगा हो चला है. इस मौसम में आलू रखे-रखे सड़ने लगता है.
महंगी होती सब्जियों के इस हाल से परेशान आम उपभोक्ता के खाने-पीने का बजट गड़बड़ा गया है. खाना तो जरूरी है, ऐसे में लोगों को सब्जियों की खरीदारी में कटौती करनी पड़ रही है. कुछ हफ्ते पहले तक पहले लोग जहां एक किलो टमाटर खरीदते थे, वहीं अब उन्हें एक पाव से काम चलाना पड़ रहा है.
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