नयी दिल्लीः पिछले साल सितंबर महीने से मोबाइल उपभोक्ताआें को मुफ्त में इंटरनेट डाटा आैर वाॅयसकाॅल की सुविधा देकर भारत की टेलिकाॅम कंपनियों की नाक में दम करने वाली रिलायंस जियो को टक्कर देने के लिए भारती एयरटेल अब टाटा समूह के साथ महागठबंधन करने की तैयारी में जुट गयी है. मीडिया में आ रही खबरों में यह बताया जा रहा है कि टाटा समूह और भारती एंटरप्राइजेज के बीच टेलिकॉम, ओवरसीज केबल ऐंड एंटरप्राइजेज सर्विसेज और डायरेक्ट टु होम बिजनस में महागठबंधन करने की आरंभिक बातचीत हो चुकी है.
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मामले से जुड़े विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि गैर-सूचीबद्ध टाटा टेलिसर्विसेज और टाटा स्काई के साथ लिस्टेड टाटा कम्युनिकेशंस के सुनील मित्तल की कंपनी भारती एयरटेल और उसके मालिकाना हक वाली डीटीएच सब्सिडियरी के साथ संभावित विलय को लेकर सौदे की बातचीत जारी है. हालांकि, टाटा संस के प्रवक्ता ने इस मामले पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया है.
बाजार विशेषज्ञों आैर मीडिया में आ रही खबरों की मानें, तो अगर एयरटेल आैर टाटा समूह के साथ यह सौदा हो जाता है, तो इससे दूरसंचार क्षेत्र में समेकन बढ़ेगा. इसके बाद आइडिया-वोडाफोन, रिलायंस जियो और एयरटेल-टाटा के बीच मुकाबला होगा. इस विलय से एयरटेल को आइडिया-वोडाफोन के साथ ग्राहकों की संख्या और राजस्व आैर शेयरों की खार्इ को दूर करने में मदद मिलेगी.
एयरटेल को 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 4जी स्पेक्ट्रम में तैयार नेटवर्क मिलेगा, जिसकी काफी मांग है. वहीं, टाटा समूह को सौदे से घाटे में चल रहे टेलिकॉम कारोबार को एक बड़ी कंपनी में मिलाने का मौका मिलेगा, जिसमें वह सबसे छोटा निवेशक होगा.
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