31 जुलाई 2017 तक करा लें फसल बीमा

मौसम का कोई भरोसा नहीं है. कभी धूप, तो कभी बारिश. ऐसे में फसलों के नुकसान की संभावना बनी रहती है. अब भी अगर किसी किसान ने फसल बीमा नहीं कराया है, तो करा लें. इसके लिए अबकुछही दिन बचे हैं. सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2017 7:55 PM

मौसम का कोई भरोसा नहीं है. कभी धूप, तो कभी बारिश. ऐसे में फसलों के नुकसान की संभावना बनी रहती है. अब भी अगर किसी किसान ने फसल बीमा नहीं कराया है, तो करा लें. इसके लिए अबकुछही दिन बचे हैं. सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है. इस योजना में पूरे देश में एक फसल एक दर के सिद्धांत को अक्षरश: लागू किया गया है. खरीफ 2017 के लिए दो प्रतिशत एवं रबी 2017 के लिए पूरे देश के किसानों को डेढ़ प्रतिशत की दर से प्रीमियम देना है. बीमा कराने की अंतिम तिथि खरीफ के फसल के लिए 31 जुलाई, 2017 है. इस योजना की कई विशेषताएं हैं.

ले सकते हैं योजना का लाभ
ओरियंटल इंश्योरेंस के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक आरके तलवार एवं सीनियर डिवीजनल मैनेजर आलोक कुमार सिंह ने कहा कि इस योजना का लाभ बैंक से कर्ज लेने वाले किसान, कर्ज न लेने वाले किसान दोनों ही ले सकते हैं. दोनों तरह के किसान, एक जिनकी अपनी खुद की जमीन हो या जो फिर बंटइया में खेती करते हों, दोनों ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इस योजना में किसान खरीफ 2017 के तहत अपने अगहनी धान एवं भदर्इ मकई का बीमा करा सकते हैं.

बीमा के हैं फायदे
इस योजना में बीमित होने पर फसल को प्राकृतिक आपदाओं की वजह से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाती है. बुआर्इ का न हो पाना, बाढ़, चक्रवात, ओलावृष्टि, जलजमाव आदि सारे रिस्क कवर किये जाते हैं. यही नहीं, कटनी के बाद भी 14 दिनों तक फसल को आेलावृष्टि से हुए नुकसान को कवर किया जाता है.

ऐसे करा सकते हैं बीमा
बीमा कराने के लिए आपको अपना आधार एवं बैंक पासबुक की फोटोकॉपी देनी होगी. कागजात एवं प्रीमियम की राशि के साथ आपको अपने निकटतम पंचायत लैंप्स, पैक्स, बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक, मुखिया, सीओ, बीडीओ से संपर्क कर सकते हैं. श्री तलवार योजना की मॉनीटरिंग के लिए अलग-अलग जगहों का खुद दौरा कर रहे हैं. कहते हैं कि इस काम में सरकारी अधिकारी व कर्मचारी तत्परता से जुटे हुए हैं. शेष दिनों में भी वे बेहतर परिणाम देंगे.

प्रीमियम की राशि
औसत प्रीमियम की दर 10 से 20 प्रतिशत तक होती है. किसानों को दो प्रतिशत ही देना है. बाकी प्रीमियम झारखंड एवं भारत सरकार देगी. रांची के किसानों को एक हेक्टेयर पर 1,085 रुपये एवं एक एकड़ पर 439 रुपये धान के बीमा के लिए देना है.

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