सबसे बड़े रईसों में शुमार रहे रेमंड के मालिक को बेटे ने बना दिया मोहताज, जानें क्या है मामला…?

‪मुंबई‬‬ : रेमंड लिमिटेड के मालिक और देश के सबसे बड़े रईसों में शुमार रहे विजयपत सिंघानिया ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे ने उन्हें एक-एक पैसे का मोहताज बनाकर रख दिया है. विजयपत सिंघानिया के वकील दिनयर मेडन ने कोर्ट को बताया है कि 78 वर्षीय सिंघानिया ने अपनी सारी संपत्ति अपने बेटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2017 4:17 PM

मुंबई‬‬ : रेमंड लिमिटेड के मालिक और देश के सबसे बड़े रईसों में शुमार रहे विजयपत सिंघानिया ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे ने उन्हें एक-एक पैसे का मोहताज बनाकर रख दिया है.

विजयपत सिंघानिया के वकील दिनयर मेडन ने कोर्ट को बताया है कि 78 वर्षीय सिंघानिया ने अपनी सारी संपत्ति अपने बेटे के नाम कर दी, लेकिन बेटा अब उन पर ध्यान नहीं दे रहा है.

बंगला-गाड़ी सब छीना

यहां यह जानना गौरतलब है कि रेमंड लिमिटेड का कारोबार अपने बेटे गौतम को सौंपने के बाद अब विजयपत सिंघानिया खुद मुंबई के ग्रैंड पराडी सोसायटी में किराये के मकान में रह रहे हैं.

मुंबई मिरर में इस बारे में छपी एक खबर के मुताबिक, विजयपत सिंघानिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मालाबार हिल्स में अपने ड्यूप्लेक्स घर का पजेशन मांगा है. इसके बाद बुधवार को सिंघानिया के वकील ने कोर्ट को बताया कि विजयपत कैसे पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं.

सारे शेयर बेटे के नाम कर दिये

वकील द्वारा कोर्ट को दी गयी जानकारी के मुताबिक, ‪रेमंड समूह‬ के मालिक विजयपत सिंघानिया ने कंपनी में अपने सारे शेयर अपने बेटे गौतम के नाम कर दिये. इन शेयर्स की कीमत 1000 करोड़ रुपये के लगभग बतायी जाती है. लेकिन अब बेटे ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया है. यहां तक कि सिंघानिया की गाड़ी और ड्राइवर भी छीन लिये गये हैं.

वकील ने आगे बताया, विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे गौतम सिंघानिया को व्यवसाय सौंपने से पहले रेमंड लिमिटेड को देश में सबसे बड़े ब्रांडों में से एक बना दिया. और आज रेमंड के बॉस गौतम, कंपनी के साथ ऐसा बरताव कर रहे हैं जैसे कि वह उनकी व्यक्तिगत जागीर हो.

यह है विवाद की जड़

विजयपत सिंघानिया ने जिस घर के पजेशन के लिए याचिका दायर की है, वह जेके हाउस 1960 में बना था और तब 14 मंजिला था. बाद में इस बिल्डिंग के 4 ड्यूप्लेक्स रेमंड की सब्सिडरी पश्मीना होल्डिंग्स को दे दिये गये़ साल 2007 में, कंपनी ने इस बिल्डिंग को फिर से बनवाने का फैसला किया.

डील के मुताबिक सिंघानिया और गौतम, वीनादेवी (सिंघानिया के भाई अजयपत सिंघानिया की विधवा), और उनके बेटों अनंत और अक्षयपत सिंघानिया को 5,185 स्क्वायर फीट का एक-एक ड्यूपलेक्स मिलना था.

इसके लिए उन्हें 9 हजार प्रति वर्ग फीट की कीमत चुकानी थी. अपार्टमेंट में अपने हिस्से के लिए वीनादेवी और अनंत ने पहले से ही एक संयुक्त याचिका दायर की हुई है, वहीं अक्षयपत ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक अलग याचिका दायर की है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version