ब्रसेल्स: यूरोप के बाजारों में बिकने वाले खतरनाक और जानलेवा अंडे अब एशियाई बाजारों में भी पहुंच गये हैं. रिपोर्ट है कि ये दूषित अंडे स्विट्जरलैंड और हॉन्ग कॉन्ग में सप्लाई किये जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसका दायरा और भी बढ़ सकता है. अभी हाल में आयी रिपोर्ट के मुताबिक इन अंडों में फिपरोनिल नाम के प्रतिबंधित रसायन का अंश है, जिससे इंसानों की मौत भी हो सकती है.
इस खबर को भी पढ़ें: OMG: यूरोप में अंडों में फ्लिप्रोनिल पाये जाने से मचा हड़कंप, लाखों मुर्गियों की जान पर आफत
यूरोपियन कमिशन के हवाले से नवभारत टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, ये दूषित अंडे यूरोपीय यूनियन के 15 देशों के अलावा स्विट्जरलैंड और हॉन्ग कॉन्ग में भी पहुंच चुके हैं. ब्रसेल्स में कमिशन के एक प्रवक्ता ने बताया कि स्थितियां हर दिन और ज्यादा व्यापक होती जा रही हैं. जांचकर्ताओं द्वारा गिरफ्तार किये गये दो संदिग्ध अब भी हिरासत में हैं. इससे पहले बेल्जियम और नीदरलैंड्स में कई जगह पर छापेमारी भी की गयी. इन अंडों में फिपरोनिल नाम का एक घातक कीटनाशक है, जिसका इस्तेमाल पोल्ट्री फार्म में मुर्गे और मुर्गियों पर किया गया. उन जानवरों पर इन कीटनाशकों का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है, जिन्हें इंसान खाते हैं.
ब्रिटेन के सुपर मार्केट से हटा दिये गये हैं दूषित अंडे
इन दूषित अंडों से प्रभावित यूरोपियन यूनियन के प्रभावित देशों में बेल्जियम, नीदरलैंड्स, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड, इटली, लक्समबर्ग, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया और डेनमार्क शामिल हैं. गुरुवार को ब्रिटिश सुपरमार्केट में अंडे व उनसे पदार्थ हटा लिये गये. शुरुआत में कहा गया था कि अभी तक ब्रिटेन में केवल 21,000 दूषित अंडे ही भेजे गये हैं, लेकिन ताजा जांच से पता चला कि सही आंकड़े इससे कहीं ज्यादा हैं. इनिशलफूड स्टैंडर्डर्स एजेंसी ने बताया कि यह संख्या 7 लाख से ज्यादा है.
डच कंपनी के दो निदेशक गिरफ्तार
जांचकर्ताओं ने डच कंपनी चिकफ्रेंड के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि इन दोनों ने प्रतिबंधित कीटनाशकों किसानों तक पहुंचाया. जिस एजेंट के माध्यम से उन्होंने ऐसा किया, उसके घर की भी तलाशी ली जा चुकी है. शुक्रवार को डच मीडिया से बात करते हुए इस एजेंट ने खुद को निर्दोष बताया. निक हरमन्स नाम के इस एजेंट का कहना है कि फरवरी, 2016 में उसने चिकफ्रेंड कंपनी के मालिकों से संपर्क खत्म कर दिया था. उसके दावों की अभी पुष्टि नहीं हो पायी है. बेल्जियम की एक कंपनी ‘पोल्ट्री विजन’ ने स्वीकार किया कि उसने रोमानिया के अपने एक संपर्क के माध्यम से फिपरोनिल नाम का यह प्रतिबंधित कीटनाशक चिकफ्रेंड को मुहैया कराया था.
दुनियाभर में फिपरोनिल पर लगी हुई है रोक
फिपरोनिल कीटनाशक का इस्तेमाल अक्सर पशु चिकित्सा से जुड़े उत्पादों में किया जाता है। इससे जानवरों की खाल में खून पीने वाले पिस्सू और कीड़े नहीं लगते, लेकिन इसके कारण थायरॉइड हो सकता है और किडनियां भी प्रभावित होसकती हैं. अगर यह कीटनाशक इंसानों के शरीर में चला जाये, तो उनकी मौत भी हो सकती है. जिन जानवरों को इंसान खाते हैं, उनपर और उनसे जुड़े उत्पादों में इसके इस्तेमाल पर दुनियाभर में प्रतिबंध लगा हुआ है.
जुलाई में ही मामला आ गया था सामने
जुलाई में इस स्कैंडल के सामने आने के बाद से ही यूरोप के अलग-अलग हिस्सों में सुपरमार्केट्स से लाखों अंडे हटाये जा चुके हैं. यह मामला अपने आप में अकेला नहीं है. ऐसे कई मामले सामने आये हैं, जिनसे पता चलता है कि निगरानी व सावधानी की कमी के कारण खेती के आधुनिक तरीके इंसानों की खाद्य श्रृंखला को कितना ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं.
बीते तीन हफ्तों से पूरे यूरोप में छाया है यह मामला
पिछले 3 हफ्तों से यह मामला पूरे यूरोप में छाया हुआ है. प्रशासन का कहना है कि इन दूषित अंडों के कारण इंसानों की सेहत को बहुत गंभीर जोखिम नहीं है. यह इत्मीनान दिलाने की भी कोशिश की जा रही है कि स्थितियां पूरी तरह से नियंत्रण में हैं. इसके बावजूद यह स्कैंडल और बड़ा व व्यापक होता जा रहा है. कई देश इसकी चपेट में आते जा रहे हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.