उद्यमिता को तरजीह देते हैं 83 प्रतिशत भारतीय
उद्यमी बनने की चाहत भारतीय कामगारों में सबसे अधिक है. यहां 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग उद्यमिता के लिए अपनी मौजूदा नौकरी को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. रेंडस्टैंड द्वारा किये वर्कमॉनिटर सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है. 86 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मौजूदा समय स्टार्टअप के लिए अनुकूल है, जबकि […]
उद्यमी बनने की चाहत भारतीय कामगारों में सबसे अधिक है. यहां 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग उद्यमिता के लिए अपनी मौजूदा नौकरी को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. रेंडस्टैंड द्वारा किये वर्कमॉनिटर सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है.
86 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मौजूदा समय स्टार्टअप के लिए अनुकूल है, जबकि 84 प्रतिशत लोगों ने माना कि भारत सरकार स्टार्टअप का समर्थन कर रही है और उसके लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध करा रही है.84 प्रतिशत लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने को वरीयता देते हैं.
83 प्रतिशत भारतीय कामगार नौकरी की जगह उद्यमिता को तरजीह देते हैं, जो कि वैश्विक प्रतिशत 53 प्रतिशत से कहीं अधिक है.
76 प्रतिशत भारतीय कार्यबल स्टार्टअप के लिए काम करना चाहते हैं, जबकि 69 प्रतिशत मध्यम या छोटे दर्जे के एंटरप्राइज या निजी कंपनी के साथ काम करना चाहते हैं.
56 प्रतिशत लोगों ने माना कि वे अपनी वर्तमान नौकरी को छोड़कर उद्यमी बनना चाहते हैं.25-34 वर्ष के 72 प्रतिशत युवा, 35-44 वर्ष के 61 प्रतिशत और 45-54 के 37 प्रतिशत लाेगों में उद्यमिता की चाह है.इस सर्वेक्षण में 33 देशों के 18-65 आयु वर्ग के वेतनभोगी लोगों को शामिल किया गया.
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