रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में आश्विनी लोहानी क्यों बने सरकार की पसंद ?

नयी दिल्ली : सरकार ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में आश्विनी लोहानी को चुना है. आज आश्विनी लोहानी चेयरमैन का पद संभालेंगे. लगातार दो रेल हादसे के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने इस्तीफा दे दिया. कल शाम होते ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी प्रधानमंत्री को इस्तीफे की पेशकश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2017 11:26 AM

नयी दिल्ली : सरकार ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में आश्विनी लोहानी को चुना है. आज आश्विनी लोहानी चेयरमैन का पद संभालेंगे. लगातार दो रेल हादसे के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने इस्तीफा दे दिया. कल शाम होते ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी प्रधानमंत्री को इस्तीफे की पेशकश की. हालांकि प्रधानमंत्री ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा है. उधर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के रूप में आश्विनी लोहानी के चयन से साफ हो गया है कि रेलवे को दुरूस्त करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. आश्विनी लोहानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और वीआईपी कल्चर को खत्म करना मेरी जिम्मेदारी होगी. वहीं स्टेशन का आधुनिकीकरण और परिचालन में सुरक्षा मेरी प्राथमिकता रहेगी.

आश्विनी लोहानी का शानदार ट्रैक रिकार्ड की वजह से उन्हें रेलवे बोर्ड का चेयरमैन की पहली पसंद बन गये. एयर इंडिया को मुनाफे में लाने वाले आश्विनी लोहानी का भारतीय रेलवे से पुराना नाता रहा है. उन्होंने एयर इंडिया के सीएमडी की जिम्मेवारी उस वक्त संभाली थी. जब एयर इंडिया गंभीर वित्तीय चुनौतियों की सामना कर रही थी. लोहानी के चीफ रहते 2007 में इंडियन एयरलाइंस के विलय के बाद पहली बार एयर इंडिया ने 2015-16 में मुनाफा कमाया.
लोहनी के काम को पहली बार तब सराहा गया. जब उन्होंने मध्य प्रदेश के पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक बनाया गया. इस दौरान उन्होंने टूरिस्टों की सुविधा और म्यूजियम मैनेजमेंट में आईटी का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया. लोहानी इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स (आईआरएसएमई) के वर्ष 1980 बैच के अधिकारी हैं. लोहानी चार – चार इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड में रिकार्ड भी बना चुके हैं. मैकानिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग, मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग व टेलीकम्यूनिकेशन का इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है.
भारतीय रेलवे में उनका लंबा अनुभव रहा है. चीफ मैकानिकल इंजीनियर, नार्दन रेलवे, डिवीजनल रेलवे मैनेजर दिल्ली, निदेशक – नेशनल रेलवे म्यूजियम, सीएमडी ऑफ इंडियन टूरिज्म डेवलेपमेंट जैसे अहम पदों को संभाल चुके हैं. दुनिया की सबसे पुरानी स्टीम इंजन ‘फेयरी क्वीन ‘ को भारत के रेलवे ट्रैक में दौड़ाया. जब लोहानी दिल्ली में डिवीजनल मैनेजर थे तो उनके कामकाज की कैग ने भी सराहना की थी. फसकी साल नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन को ‘मोस्ट फ्रेंडली टूरिस्ट स्टेशन का अवार्ड ‘ मिला था.

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