राजन की किताब अगले महीने : क्या सरकार के साथ तल्ख संबंधों का होगा जिक्र ?
नयी दिल्ली : अपने बयानों और फैसले से हमेशा सुर्खियों में रहे रघुराम राजन की किताब अगले महीने लांच होने वाली है. ऐसा माना जा रहा है कि इस किताब में रघुराम राजन और सरकार के बीच संबंधों का जिक्र है. किताब का शीर्षक है, I Do what I DO है, ‘यानि मुझे जो करना […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
August 24, 2017 2:02 PM
नयी दिल्ली : अपने बयानों और फैसले से हमेशा सुर्खियों में रहे रघुराम राजन की किताब अगले महीने लांच होने वाली है. ऐसा माना जा रहा है कि इस किताब में रघुराम राजन और सरकार के बीच संबंधों का जिक्र है. किताब का शीर्षक है, I Do what I DO है, ‘यानि मुझे जो करना होता है, वही करता हूं’ है . इस किताब का विमोचन चेन्नई में पांच सिंतबर, दिल्ली में 7 सितंबर, और 8 सितंबर को मुंबई में होगी. यह किताब भारत के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के पद से इस्तीफा देने के बाद ठीक एक साल बाद आ रही है. रघुराम राजन की गिनती दुनियाभर के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों में होती है.
यूपीए सरकार ने रघुराम राजन को रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में नियुक्ति की थी. रघुराम राजन ने जब पद संभाला था, तब रुपये की कीमत में लगातार गिरावट हो रही थी. देश की अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक में लाने में उनका अहम योगदान रहा है. राजन ने बीफ और सहिष्णुता के मुद्दे पर बयान देकर खासा हंगामा खड़ा कर दिया था. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के लगातार हमले से परेशान रघुराम राजन ने कहा था कि यह मेरे पद पर नहीं बल्कि व्यक्तिगत हमले हैं. रघुराम राजन ने आखिर में शिकागो बूथ स्कूल बिजनेस वापस लौटने की घोषणा कर दी थी. बता दें कि राजन भारत में आरबीआई के गवर्नर के रूप में आने से पहले शिकागो के बूथ स्कूल बिजनेस में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे.
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नरों द्वारा लिखी यह तीसरी किताब होगी. पिछले साल डी सुब्बाराव ने भी किताब लिखा था. ‘हू मूव्ड माय इंटरेस्ट रेट’ नाम से लिखी किताब में वित्त मंत्री चिदंबरम के साथ तल्ख रिश्तों का जिक्र किया था. वहीं वाय भी रेड्डी ने भी किताब लिखा था. आइएमएफ के पूर्व गवर्नर रह चुके राजन पहले भी दो किताबें लिख चुके हैं. ऐसा माना जा रहा है कि अगर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर रहते हुए सरकार से किसी बात पर उनकी अनबन हुई हो तो उस किताब में इस बात का खुलासा करेंगे. किताब का शीर्षक वॉट आइ डू, आइ डू भारत के मौद्रिक नीति की घोषणा के वक्त राजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही थी.
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