कुछ महीने पहले तक जब-जब सरकार पेट्रोल-डीजलके दाम 50 पैसे या 1 रुपया भी बढ़ाती थी, तो विपक्ष से लेकर मीडिया तक, हर कोई आसमान सिर पर उठा लेता था. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि पिछले दो महीनों में सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कितनी बढ़ोतरी की है?
जी हां, 16 जून से लेकर अब तक पेट्रोल की कीमत जहां5. 50 रुपये बढ़ गयी है वहीं डीजल की कीमत में 3. 75 रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
पहले जब कभी-कभार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होती थी, तो लोग हंगामा करते थे, लेकिन अब हर दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती और घटती हैं. शायद यही वजह है कि लोगों ने धीरे-धीरे उस पर गौर करना बंद कर दिया है.
यहां यह जानना गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाईवाली नरेंद्र मोदी सरकार ने इस साल 16 जून से सरकार ने देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के मामले में डायनैमिक फ्यूल प्राइसिंग लागू किया था.
इसके तहत पेट्रोल-डीजल की कीमतें 16 जून के बाद से हर रोज कच्चे तेल के दाम के हिसाब से बढ़ती-घटती हैं. बताते चलें कि इससे पहले हर 15 दिनों पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कच्चे तेल की कीमत के आधार पर बदलाव किया जाता था.
16 जून को लागू किये गये डायनैमिक फ्यूल प्राइसिंग के बाद 12 दिनों तक पेट्रोल की कीमत में धीरे-धीरे लगभग 3.50 रुपये पैसे की कमी हुई. लेकिन उसके बाद पेट्रोल की कीमत बढ़नी शुरू हुई और 25 अगस्त तक पेट्रोल की कीमत देशभर में 5.50 रुपये बढ़ गयी है. पेट्रोल की कीमत 69 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुकी है.
बात करें डीजल की कीमतों की, तो 1 जुलाई से लेकर 24 अगस्त के बीच डीजल की कीमत 3.72 रुपये प्रति लीटर बढ़ गयी है. फिलहाल डीजल की कीमत 57रुपये प्रति लीटर पहुंचगयी है. वैसे, राज्यों के अलग-अलग कर प्रावधानों के तहत पेट्रोल-डीजल की कीमताें में कुछ अंतर हो सकता है.
कुल मिलाकर कहें, तो दो महीने में धीरे-धीरे ही सही, पेट्रोल 5.50 रुपये औरडीजल 3.72 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है. यानी, मादी सरकार की यह रणनीतिरंगलायी है.
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