नयी दिल्ली : माल एवं सेवाकर (जीएसटी) प्रणाली के तहत अब तक 29 लाख से अधिक फर्मों ने अपना पहला कर रिटर्न दाखिल किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. नयी अप्रत्यक्ष कर प्रणाली जीएसटी के तहत पहला मासिक रिटर्न दाखिल करने की समयसीमा कल समाप्त हो गयी है. एक अधिकारी ने कहा, आज दिन की शुरूआत के समय 29.64 लाख से अधिक रिटर्न दाखिल किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अनुमानत: समय सीमा समाप्त होने तक 15-20 लाख रिटर्न और दाखिल कर दिए जाएंगे.
जीएसटी के तहत फर्मों व इकाइयों को मासिक बिक्री का रिटर्न दाखिल करना होगा और करों का आनलाइन भुगतान करना होगा. जीएसटी का कार्यान्वयन एक जुलाई से किया गया और यह पहली रिटर्न थी. इसलिए सरकार ने कंपनियों को अतिरिक्त समय प्रदान किया गया. जीएसटी नेटवर्क ने अंतिम समय में जीएसटीएन पोर्टल में किसी तरह व्यवधान को टालने के लिए तैयारियां की हैं. पिछले शनिवार को पोर्टल ठप हो गया था जिसको देखते हुए सरकार ने कर रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा पांच दिन, 25 अगस्त तक बढ़ा दी.
गत 23 अगस्त तक 48 लाख करदाताओं ने अपने बिक्री आंकडों को पोर्टल पर डाल दिया था. अब वह रिटर्न दाखिल करने और कर का भुगतान करने से कुछ ही कदम की दूरी पर हैं. इन रिटर्नसे अनुमानत: 50,000 करोड रूपये का कर मिलने का अनुमान है.पुरानी अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था से 72 लाख करदाताओं ने जीएसटी नेटवर्क पोर्टल में स्थानांतरण कर लिया है इनमें से 50 लाख ने यह प्रक्रिया पूरी कर ली है. इसके अलावा 15 लाख नये पंजीकरण हुए हैं जिनमें से 10 लाख के रिटर्न दाखिल करने की उम्मीद है.
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