इ-कॉमर्स कंपनियां 25% से अधिक ट्रेड किसी एक वेंडर से नहीं कर पायेंगी
नयी दिल्ली : फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी इ-काॅमर्स कंपनियों को सालाना बिक्री का 25% से अधिक किसी एक वेंडर से करने की अनुमति नहीं होगी. सरकार ने इससे पहले किसी एक वेंडर से अधिकतम 25% तक बिक्री की सीमा तय की थी लेकिन बिक्री की गणना की अवधि के बारे में नहीं बताया था. औद्योगिक […]
नयी दिल्ली : फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी इ-काॅमर्स कंपनियों को सालाना बिक्री का 25% से अधिक किसी एक वेंडर से करने की अनुमति नहीं होगी. सरकार ने इससे पहले किसी एक वेंडर से अधिकतम 25% तक बिक्री की सीमा तय की थी लेकिन बिक्री की गणना की अवधि के बारे में नहीं बताया था.
औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग (डीआइपीपी) ने अपने एकीकृत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) नीति सर्कुलर में कहा है कि किसी इ-काॅमर्स कंपनी को एक वित्त वर्ष में अपने मार्केटप्लेस पर किसी एक वेंडर या उनके समूह की कंपनियों की 25% से अधिक बिक्री की अनुमति नहीं होगी.
इस प्रावधान से इ-मार्केट कंपनियां अलग-अलग वेंडरों के प्रोडक्ट बेचेंगी. डीआइपीपी ने ट्वीट किया कि 25 प्रतिशत तक बिक्री की सीमा की गणना एक वित्त वर्ष के आधार पर की जायेगी.
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