बेसिक बचत जमा खातों पर ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस से राहत दे रहा SBI
नयी दिल्ली: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक की ओर से बचत खातों पर ब्याज दरों में कटौती करने के बाद अब बचत खातों में मिनिमम बैलेंस की लिमिट से दूर रखने के लिए एक अलग तरह की योजना की शुरुआत की है. बैंक की योजना के अनुसार, अगर किसी को मिनिमम बैलेंस के झंझटों […]
नयी दिल्ली: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक की ओर से बचत खातों पर ब्याज दरों में कटौती करने के बाद अब बचत खातों में मिनिमम बैलेंस की लिमिट से दूर रखने के लिए एक अलग तरह की योजना की शुरुआत की है. बैंक की योजना के अनुसार, अगर किसी को मिनिमम बैलेंस के झंझटों से दूर रहना है, तो उसे बेसिक सेविंग्स बचत जमा खाता (बीएसबीडी खाता) खोलना होगा. जिन लोगों के बचत खाते इस बैंक में हैं, उन्हें पहले की तरह ही अपने खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर जुर्माने का भुगतान करना होगा.
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हालांकि, बचत खातों पर मिनिमम बैलेंस रखने के मामले पर सोशल मीडिया पर उठ रहे सवालों के बाद बैंक की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने बचत खाता वालों के इससे राहत देने का ऐलान किया था. बावजूद इसके बचत खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर बैंक की ओर से निर्धारित राशि की कटौती ग्राहकों के खातों से की जा रही है.
गौरतलब है कि बीते 18 अप्रैल को स्टेट बैंक की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने एक ट्वीट के जरिये यह ऐलान किया था कि स्टेट बैंक के कुछ खास प्रकार के खाता वाले ग्राहकों को औसत मासिक बैलेंस बनाये रखने के नियम में छूट देगा. इन खातों में स्मॉल सेविंग्स बैंक, छोटे बचत खाते, बेसिक सेविंग्स बैंक अकाउंट्स, जन धन अकाउंट, कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट शामिल हैं.
इन खातों के धारकों को न्यूनतम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं है. बैंक की ओर से इस प्रकार की घोषणा किये जाने के बावजूद कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट, छोटे बचत खाते और स्मॉल सेविंग्स बैंक खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर जुर्माने की कटौती की जा रही है.
अब जबकि बैंक लोगों को मिनिमम बैलेंस की छूट का लाभ अपने ग्राहकों को नहीं दे रहा है, तब उसने बीएसबीडी खाता को मिनिमम बैलेंस से दूर रखने के लिए एक नयी तरह की योजना की शुरुआत की है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ने नया बचत खाता शुरू किया है. इस नये खाते के तहत खाताधारकों को तमाम तरह की वैसी सुविधाएं मिल रही हैं, जिस तरह की सुविधाएं अन्य बचत खातों पर है. बैंक की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, बीएसबीडी खातों पर मिनिमम बैलेंस की शर्त लागू नहीं है.
इस खाते की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए किसी तरह का मिनिमम या मैक्सिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है. इस खाते पर भी सालाना उतना ही ब्याज दिया जाता है, जितना स्टेट बैंक के दूसरे बचत खातों पर मिलता है. एसबीआई के बीएसबीडी एकाउंट को भी अन्य खातों की तरह आसानी से खोला जा सकता है, अन्य खातों की तरह इस खाते के लिए भी केवायसी नियमों का पूरा होना जरूरी है. यह खाता सिंगल या ज्वाइंट खोला जा सकता है और स्टेट बैंक की देश में मौजूद सभी शाखाओं में इसे खोलने की सुविधा है.
साथ ही, दूसरे खातों को खोलने पर रूपे डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग की सुविधा दी जाती है, उसी तरह इस खाते पर भी ये सारी सुविधाएं है. इस खाते को खोलने के लिए सबसे मुख्य शर्त है कि ग्राहक का कोई दूसरा बचत खाता नहीं होना चाहिए. अगर कोई सेविंग या बेसिक सेविंग एकाउंट है, तो ग्राहक को उसे चार हफ्ते के अंदर बंद कराना होगा.
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