नयी दिल्ली : पिछले साल नवंबर में मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया था, जिसकी विपक्ष ने आलोचना भी की थी. सरकार का एक मकसद देश में जाली मुद्रा को खत्म करना भी था. अब लगता है यह मकसद पूरी तरह से तो नहीं लेकिन कुछ हद तक जरूर सफल हुआ है. यही कारण है कि पाकिस्तान से भारत आने वाले जाली नोटों में बेहद कमी आयी है. हालांकि खबरों की मानें तो बांग्लादेश अब जाली नोटों की छपाई और तस्करी के स्रोत के रूप में उभर रहा है.
हिंदुस्तान टाइम्स डॉट कॉम ने इस संबंध में आज एक खबर प्रकाशित की है. खबर की मानें तो बीएसएफ द्वारा बांग्लादेश की सीमा से जब्त किये गये जाली नोटों के आंकड़े इस ओर महत्वपूर्ण इशारा कर रहे हैं. ताजा घटनाक्रम के तहत बांग्लादेश की सीमा से सटे मालदा (पश्चिम बंगाल) से 6.90 लाख रुपये के जाली नोट जब्त किये गये हैं. मालदा में बीएसएफ के चुरियंतपुर आउट पोस्ट पर जवानों ने 2,000 रुपये के जाली नोट बरामद किये हैं.
राहुल गांधी ने नोटबंदी सहित इन मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा, पढ़ें 10 बड़ी बातें
आपको बता दें कि पहले पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटे 13 सीमाई इलाकों से जाली नोट भारत आते थे. ये इलाके जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय से सटे हुए हैं, मगर पिछले साल नोटबंदी के बाद इनमें से 11 सीमाई इलाकों में नकली नोट बरामद होने के मामले लगभग न के बराबर ही सामने आये हैं, लेकिन असम और पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश से सटे सीमा के इलाकों में इस साल की शुरुआत से जाली नोटों की बरामदगी में बढ़ोतरी लगातार देखने को मिल रही है.
बीएसएफ के खुफिया सूत्रों के अनुसार नोटबंदी के बाद पाकिस्तान में संभवत: नकली नोट छापने वाले गिरोह ने अब तक नये सिरे से बड़ा निवेश नहीं किया है जबकि बांग्लादेश में सक्रिय इस गिरोह ने 2,000 के नकली नोट छापने के लिए सऊदी अरब और मलेशिया से उपयुक्त कागज मंगवाने का काम शुरू किया है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.