भीम और गूगल के तेज एप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
नयी दि्ल्ली :गूगल ने कल भारत में डिजिटल पेमेंट सर्विस ‘तेज की लांचिग की. डिजिटल पेमेंट मार्केट में भीम एप पहले से ही मौजूद है. कल गूगल की इस लांचिग के बाद देश में डि़जिटल पेमेंट मार्केट में तेजी का अनुमान है. डिजिटल पेमेंट सर्विस में लगातार हो रही वृद्धि का सबसे ज्यादा फायदा देश […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 19, 2017 8:33 AM
नयी दि्ल्ली :गूगल ने कल भारत में डिजिटल पेमेंट सर्विस ‘तेज की लांचिग की. डिजिटल पेमेंट मार्केट में भीम एप पहले से ही मौजूद है. कल गूगल की इस लांचिग के बाद देश में डि़जिटल पेमेंट मार्केट में तेजी का अनुमान है. डिजिटल पेमेंट सर्विस में लगातार हो रही वृद्धि का सबसे ज्यादा फायदा देश के दूरदराज इलाकों को हो सकता हैं. खासतौर से उन इलाकों में जहां बैंकों के परिचालन लागत नहीं निकल पाता है.
विशेषज्ञों की माने तो देश के सुदूर इलाकों में बैंकिग सुविधा अभी तक फैल नहीं पायी हैं, क्योंकि वहां कम आबादी और निम्न आय वर्ग के बीच बैंकों के परिचालन लागत को निकाल पाना आसान नहीं होता.बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद बैंकिंग सर्विस अभिजात वर्ग से निकलकर आम आदमी तक पहुंचा था लेकिन अब भी देश के सभी हिस्से में यह सामान्य रूप से उपलब्ध नहीं है. अर्थाशास्त्रियों के मुताबिक बैंकिंग सुविधा सुलभ बनाने में पेमेंट एप बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.
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पेमेंट एप से क्या हैं फायदे
तेज, भीम व एयरटेल पेमेंट सुविधा से घर बैठे लोग पैसे की ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. इसके लिए बार – बार बैंक का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. छोटे कारोबारियों को इसका लाभ मिल सकता हैं. वहीं उन लोगों के लिए यह फायदा पहुंचा सकता है. जिनका घर बैंक से दूर है और शहरों तक आवाजाही का कोई साधन नहीं है. हालांकि आम लोगों तक पेमेंट बैंक के जरिये भुगतान की आदत बनने में थोड़ी देर लग सकती है.
तेज में क्या हैं फीचर्स
भीम व तेज एप से पेटीएम को खतरा हो सकता है. पेटीएम वॉलेट की तरह काम करता है. जबकि भीम व तेज में पैसा रखने की जरूरत नहीं है. यह दूसरे बैंकों के साथ मिलकर पैसे का ट्रांसफर करता है. गूगल ने भारतीय बाजार के लिए विशेष रुप से तैयार भुगतान एप तेज आज पेश किया. कंपनी का कहना है कि इसके जरिए वह भारत में डिजिटल भुगतान को सरल व सुरक्षित बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. कंपनी का यह एप केंद्र सरकार के यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर आधारित है जो एंड्रायड व आईओएस चालित स्मार्टफोनों पर काम करेगा. कंपनी इस एप के जरिए लेनदेन के लिए कोई शुल्क नहीं लेगी और उपयोक्ता इसके जरिए अपने बैंक खातों से सीधे भुगतान कर सकेंगे और पैसा हासिल कर सकेंगे.
भारतीय भाषाओं में भी है उपलब्ध
गूगल के उपाध्यक्ष सीजर सेनगुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा, यह उत्पाद भारत के लिए बनाया गया है. अनेक क्षेत्र हैं जिनमें भारत पश्चिमी देशों से आगे निकल जाएगा और ऐसा एक क्षेत्र भुगतान व वाणिज्य है. उन्होंने कहा कि तेज एप अंग्रेजी और सात भारतीय भाषाओं हिंदी, बंगाली, गुजराती, कन्नड, मराठी, तमिल और तेलुगु में उपलब्ध है और देश भर में लोग इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. गूगल के उपाध्यक्ष (दक्षिण पूर्व एशिया) राजन आनंदन ने कहा कि 2020 तक 65 करोड से अधिक लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे और गूगल का मिशन समावेशी इंटरनेट बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है
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