यशवंत सिन्हा ने फिर साधा पीएम मोदी पर निशाना, कहा- अर्थव्यवस्था सुधारने को मिला था जनादेश
नयी दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होेंने कहा कि देश के लोगों ने भाजपा को जनादेश भारत की गिरती अर्थव्यवस्था में सुधार करने के लिए दिया […]
नयी दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होेंने कहा कि देश के लोगों ने भाजपा को जनादेश भारत की गिरती अर्थव्यवस्था में सुधार करने के लिए दिया था, न कि पिछली सरकारों पर आरोप लगाने के लिए बहुमत दिया गया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि 2019 के चुनाव में देश के लोग आपके प्रदर्शन और आपके द्वारा किये गये वादों पर फैसला करेंगे. सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि हम लोग निराशा फैला रहे हैं, तो उन्होंने सुधारात्मक कदम उठाने का फैसला क्यों किया?
इसे भी पढ़ेंः अपने ही कर रहे हैं मोदी सरकार पर हमला, यशवंत सिन्हा को मिला शिवसेना और बिहारी बाबू का साथ
हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी के साक्षात्कार में सिन्हा ने कहा कि मेरी आलोचना के बाद सरकार हरकत में आयी है. उन्होंने कहा कि अगर हम लोग केवल निराशा ही फैला रहे हैं, तो सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क क्यों घटाया और फिर जीएसटी परिषद की बैठक क्यों की गयी?
इसके साथ ही सिन्हा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था पर मनमर्जी करने और जब उसके बारे में पूछा जाये, तो इसका आरोप पिछली सरकार पर लगाने के लिए आपको यह जनादेश नहीं मिला था. अगले चुनाव में आपको आपके प्रदर्शन और आपके द्वारा किये गये वादों के आधार पर लोग आपको जज करेंगे.
सिन्हा ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आर्थिक नीतियां तय करने में शाह की अनावश्यक रूप से बड़ी भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि जब राजनीतिक और आर्थिक मामलों पर कैबिनेट कमेटी है, जिसके कई अन्य मंत्री हिस्सा हैं, लेकिन उनमें से किसी को नहीं बुलाया गया.
अब सवाल यह उठता है कि पार्टी अध्यक्ष कैसे सीधे तौर पर सरकार चलाने या अहम फैसले लेने में शामिल हो सकता है. यह बात उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के लिए केरल दौरा बीच में छोड़कर आने के फैसले के संदर्भ में कही.
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार में एक लेख लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि इस सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को नीचे गिरा दिया है. साथ ही, नोटबंदी के फैसले पर भी सिन्हा ने इस लेख के जरिए सवाल उठाये थे. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि कुछ लोग केवल निराशा फैलाते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.