नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री की नव गठित आर्थिक सलाहकार परिषद की पहली बैठकआज होगी. इस परिषद का गठन प्रधानमंत्री मोदी नेपिछले महीने अर्थव्यवस्थाके संबंध में सलाह लेने के लिए किया. प्रसिद्ध अर्थशास्त्रीविवेक देबराय इसके प्रमुख हैं. इस परिषद का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार का कार्यकाल तीन साल पूरा होने के बाद ऐसे समय में किया जबअर्थव्यवस्था में संबंध में कुछऋणात्मक आंकड़े सामने आये और सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.नवगठित आर्थिक सलाहकार परिषद में डॉ सुरजीत भल्ला, डॉ रथिन रॉय, डॉ आशिमा गाेयलसदस्य हैं. नीति आयोग के सदस्य सचिव रतन वाटल को परिषद का प्रधान सलाहकार बनाया गया है.
मालूम हो कि पूर्वमें डॉमनमोहनसिंह सरकार के दौरान भीआर्थिक सलाहकार परिषद थी, हालांकि मोदीसरकार के अस्तित्व में आने के बाद इस परिषद का गठन नहीं किया गया था और पुरानी व्यवस्था एक तरह से भंग हो गयी थी. पुन:पीएम मोदी ने 25 सितंबर को इस परिषद का गठन किया.
आर्थिकसलाहाकारपरिषदकीपहलीबैठक ऐसे समय में हो रही है जब वित्तमंत्री अरुण जेटली एक सप्ताह की अमेरिका की सरकारी यात्रा पर हैं, जहां वे विभिन्न आर्थिक मंचों से जुड़ी बैठकों व कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. वित्तमंत्री जेटली ने पिछले महीने आर्थिक मामलों से जुड़े विभिन्न प्रमुख सचिवों व मंत्रियों के साथ बैठक की थी.
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी के खराब आंकड़े आने के बाद भाजपा के ही यशवंत सिन्हा वअरुण शौरी जैसे नेता अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर हो गये थे. सिन्हा ने वित्तमंत्री अरुण जेटली की तीखी आलोचना करते हुए उनकी क्षमता व कार्य प्रणाली पर सवाल उठा दिया था.
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