आईएमएफ के आर्थिक वृद्धि के कमजोर आंकड़ों से ठंडा पड़ा शेयर बाजार, निफ्टी 10 हजार से नीचे

मुंबई : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के भारत की आर्थिक वृद्धि के कमजोर अनुमान सामने आने से बुधवार को निवेशकों का उत्साह ठंडा पड़ गया. इससे सेंसेक्स और निफ्टी ने अपनी शुरुआती बढ़त खो दी और गिरावट में बंद हुआ. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2017 में देश की आर्थिक वृद्धि दर का पूर्वानुमान कम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2017 8:29 PM

मुंबई : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के भारत की आर्थिक वृद्धि के कमजोर अनुमान सामने आने से बुधवार को निवेशकों का उत्साह ठंडा पड़ गया. इससे सेंसेक्स और निफ्टी ने अपनी शुरुआती बढ़त खो दी और गिरावट में बंद हुआ. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2017 में देश की आर्थिक वृद्धि दर का पूर्वानुमान कम कर 6.7 प्रतिशत कर दिया है. विश्लेषकों ने कहा कि इससे निवेशकों की धारणा कमजोर हुई.

बंबई शेयर बाजार के 30 शेयरोंवाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स ने कारोबार की शुरुआत बढ़त में की और घरेलू निवेशकों की लिवाली से एक समय यह 32 हजार अंक को पार कर गया. हालांकि, कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 90.42 अंक यानी 0.28 प्रतिशत लुढ़क कर 31,833.99 अंक पर बंद हुआ. पिछले तीन कारोबारी सत्र में यह 332.38 अंक मजबूत हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 32.15 अंक यानी 0.32 प्रतिशत गिर कर 9,984.80 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 10,067.25 अंक तथा नीचे में 9,955.80 अंक के निचले स्तर को भी छुआ. कंपनियों के तिमाही परिणाम आने की शुरुआत मंगलवारको हो चुकी है. देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस के परिणाम आने अभी शेष हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के परिणाम भी शुक्रवार को आनेवाले हैं. अगस्त महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और सितंबर के महंगाई के आंकड़े भी गुरुवारको आने वाले हैं. निवेशकों की निगाहें इनके ऊपर भी लगी हुई हैं.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के मुख्य बाजार विश्लेषक आनंद जेम्स ने कहा, निवेशकों के औद्योगिक उत्पादन एवं महंगाई के आंकड़ों तथा कंपनियों के तिमाही परिणाम के कारण सचेत रहने से बाजार ने शुरुआती तेजी खो दी. आईएमएफ के वृद्धि दर का अनुमान घटाने का यह मतलब हो सकता है कि निवेशक तिमाही परिणामों का स्वागत सावधानी से करें. सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स 2.02 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक नुकसान में रही. एसबीआई, डॉ रेड्डीज, ल्यूपिन और टाटा स्टील के शेयर भी 1.97 प्रतिशत तक गिर गये.

टीसीएस को 1.66 प्रतिशत का मुनाफा हुआ. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 0.36 प्रतिशत की गिरावट में रहे. भारती एयरटेल के कार्बन मोबाइल्स के साथ करार करने की घोषणा के बाद उसके शेयर 5.04 प्रतिशत उछल गये. बीएसई के समूहों में रियल्टी में सर्वाधिक 2.01 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी. इसके बाद धातु, बैंकिंग और हेल्थकेयर समूहों में भी गिरावट रही. बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.08 प्रतिशत तक की गिरावट रही. विदेशी बाजारों में बुधवार को मिश्रित रुख रहा.

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