नयी दिल्ली : भारत में इंटरनेट क्रांति लाने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री की जियो स्कीम से 271 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. कल कंपनी द्वारा जारी दूसरी तिमाही नतीजे में इस बात की घोषणा की गयी है. जून तिमाही में ये घाटा 21.3 करोड़ रुपये था. रिलायंस इंडस्ट्रीज के ज्वाइंट सीएफओ वी श्रीकांत ने बताया कि वे इस बाजार में नये हैं और हमें लंबे वक्त में जाकर फायदा होगा. कंपनी को कस्टमर बेस के लिहाज से बड़ा फायदा हुआ है. गौैरतलब है कि जिओ के आगमन के बाद भारत के टेलीकॉम कंपनियों में हाहाकर मच गया है. कई टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां आपस में विलय करने को मजबूर होना पड़ा.
इन तीन महीनों में जियो को 1.5 करोड़ नए कस्टमर्स मिले हैं और अब तक कंपनी के कुल यूजर्स की संख्या बढ़कर 13.86 करोड़ हो गयी है.इस तिमाही में जियो के 4G नेटवर्क पर 378 करोड़ GB डेटा का इस्तेमाल हुआ है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो के नतीजों पर कहा है कि जियो अगली पीढ़ी के कारोबार के लिए डेटा की नींव तैयार कर रही है.
कंपनी का कहना है कि इन नतीजों के तहत रिलायंस जियो दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला डिजिटल सर्विसेस प्लेटफार्म बन गयी है.ल्लेखनीय है कि कंपनी के तिमाही परिणाम ऐसे समय में आए हैं जबकि दूरसंचार क्षेत्र के वित्तीय दिक्कतों को लेकर खासी चर्चा है और यह विलय व अधिग्रहण सौदों के साथ एकीकरण की राह पर है.
वहीं समूह की एक अन्य कंपनी रिलायंस रिटेल ने 30 सितंबर 2017 को समाप्त तिमाही में 444 करोड रुपये का कर पूर्व मुनाफा कमाया जो कि तुलनात्मक रुप से 68.2 प्रतिशत की बढोतरी दिखाता है
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