कम समय में ज्यादा पैसा बनाना चाहते हैं तो म्युचुअल फंड में करें निवेश

अगर आप अपने भविष्य को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं. तो पैसे का निवेश करना शुरू करें. आपके लिए यह जानना जरुरी है कि अपनी मेहनत की कमाई ऐसे जगह पर लगाये जहां से आपको अच्छी रिटर्न मिल सके. हर रोज शेयर बाजार को रिकार्ड ऊंचाई पर जाते देख आपके मन में निवेश की इच्छा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2017 12:58 PM

अगर आप अपने भविष्य को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं. तो पैसे का निवेश करना शुरू करें. आपके लिए यह जानना जरुरी है कि अपनी मेहनत की कमाई ऐसे जगह पर लगाये जहां से आपको अच्छी रिटर्न मिल सके. हर रोज शेयर बाजार को रिकार्ड ऊंचाई पर जाते देख आपके मन में निवेश की इच्छा जाग रही होगी. अगर शेयर बाजार की अच्छी जानकारी नहीं है तो म्युचुअल फंड में आप निवेश कर शेयर बाजार का फायदा उठा सकते हैं. पहले लोग फिक्सड डिपॉजिट, रेकरिंग में निवेश करते थे. हाल के दिनों में बैंकों ने फिक्सड डिपॉजिट में ब्याज दर में कमी कर दी है. लिहाजा आपका पैसा बढ़ने में बहुत वक्त लगता है. अगर आप शेयर बाजार की अच्छी जानकारी नहीं रख पाते हैं और इक्विटी मार्केट का लाभ उठाना चाहते हैं तो म्युचुअल फंड पर पैसे की निवेश आपके लिए सबसे मुफीद जगह हो सकती है.

म्युचुअल फंड में फंड मैनेजरों के जरिये होता है निवेश
म्युचुअल फंड में फंड मैनेजरों की मदद से निवेश किया जाता है. फंड मैनेजर शेयर बाजार के जानकार होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज पर उनकी कड़ी निगाह होती है. हालांकि यह भी कहा जाता है कि म्युचुअल फंड जोखिमों का बाजार है लेकिन चूंकि आप स्वयं पैसा नहीं लगाते बल्कि फंड मैनेजर लगाता है. ऐसी परिस्थिति में कई म्युचुअल फंड में आपका पैसा डूबने का खतरा कम होता है, साथ ही अच्छा रिटर्न भी हासिल होता है.
फंड को अलग – अलग तरह के शेयरों में लगाया जाता है
शेयरों में सीधा पैसा लगाने से नुकसान की आशंका अधिक रहती है. अगर आप शेयर बाजार की दुनिया से वाकिफ नहीं है तो शेयरों के मुकाबले बाजार के भारी उतार – चढ़ाव के असर से म्युचुअल फंड ज्यादा सुरक्षित रहते हैं. फंड को अलग – अलग तरह के शेयरों में लगाया जाता है. अलग – अलग सेक्टर में पैसे लगने की वजह से किसी एक सेक्टर में मंदी हो तो दूसरा सेक्टर उसकी भारपाई कर देता है.
म्यूचुअल फंड कैसे चुनें?
पांच साल से ज्‍यादा ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड पर पैसा लगाएं. फंड में स्थिरता पर ध्यान देना चाहिए. डाइवर्सिफाइड फंड में ही पैसा लगाएं. भारत चूंकि विकासशील देश है. इस लिहाज से यहां आने वाले दिनों में कई सेक्टर में पैसों के निवेश करने से रिटर्न ज्यादा होगा. किसी एक विशेष क्षेत्र के फंड में पैसा लगाने से बचना चाहिए.
क्या है एसआईपी?
एसआईपी का मतलब " सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान" है.यह निवेशक को एक निश्चित रकम नियमित रूप से म्यूचुअल फंड की किसी स्कीम में निवेश करने की सुविधा देता है. इसमें आप अपनी कमाई से छोटी रकम निकालकर हर महीने म्यूचुअल फंड की यूनिट्स खरीदते हैं. कुछ साल तक नियमित रूप से किया गया निवेश बाद में बड़ा निवेश बन जाता है. एसआइपी से आपमें बचत की आदत भी विकसित होती है. खासकर यह नौकरीपेशा के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है.
LUMP – SUM निवेश
lump -sum investements में न्यूनतम पांच हजार रुपये एक वक्त में लगा सकते हैं. यह भी फायदेमंद स्कीम है और अगर लंबे समय तक आप इस पर बने रहते हैं तो आपकों बैंकों से ज्यादा फायदा मिल सकता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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