18.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

निवेश से ज्यादा रिटर्न पाना है तो रिस्क लेना होगा…करें यह उपाय

सुबोध कुमार नन्दन एक उम्र के बाद आपको लगता है कि जो पैसे आपके पास हैं वो पर्याप्त नहीं हैं और आपको भविष्य में और पैसों की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में आप निवेश का रास्ता अपनाते हैं. पहले पहल तो निवेश से हर कोई डरता है, लेकिन बाद में जब इसकी समझ बढ़ […]

सुबोध कुमार नन्दन
एक उम्र के बाद आपको लगता है कि जो पैसे आपके पास हैं वो पर्याप्त नहीं हैं और आपको भविष्य में और पैसों की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में आप निवेश का रास्ता अपनाते हैं. पहले पहल तो निवेश से हर कोई डरता है, लेकिन बाद में जब इसकी समझ बढ़ जाती है, तो निवेश की प्रक्रिया अच्छी लगने लगती है. सच तो यह है कि आप सरकारी या प्राइवेट नाैकरी में हैं, तो आपको वेतन का कुछ हिस्सा निवेश अवश्य करना चाहिए. इसके लिए हर व्यक्ति को अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग के हिसाब से निवेश के समय का निर्णय ले सकते हैं और अपने निवेश को जरूरत के हिसाब से 2 या 3 हिस्सों में बांट सकते हैं.
एफडी में आंशिक रिडम्पशन नहीं मिलता
सरल शब्दों में कहें तो निवेश एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें पैसे के मूल्य को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है यानी कुछ समय बाद आपको निवेश किये गये पैसे से अधिक पैसा मिलता है.
एफडी में आंशिक रिडम्पशन नहीं मिलता है, लेकिन डेब्ट फंड में आंशिक रिडम्पशन मिलता है. अपनी प्लानिंग के मुताबिक पैसे को जब चाहे निकाल सकते हैं, वहीं आप संपत्ति खरीदते हैं जिसका मूल्य समय के साथ बढ़ता है. कुछ वर्षों बाद जब आपको पैसों की आवश्यकता होती है, आप इसे अधिक कीमत पर बेचते हैं क्योंकि तब तक इनका मूल्य दो गुना या चार गुना बढ़ चुका होता है.
वेतनभोगी सदस्य निवेश के लिए विकल्प
चाहे किसी व्यक्ति का वेतन 25, 40 या 50 हजार हो उसे अपने वेतन का ज्यादा से ज्यादा 25 से 30 फीसदी तक ही निवेश करना चाहिए क्योंकि अधिक निवेश से आपका मासिक बजट गड़बड़ा सकता है, साथ ही आपात काल के लिए पैसे अपने पास सुरक्षित रखना चाहिए, ताकि संकट के समय आपके काम आ सके. गिरते हुए ब्याज दरों के दौर में फिक्स डिपॉजिट में निवेश करने पर ब्याज से प्राप्त आय पर आयकर देना होता है रिटर्न के लिहाज से काफी कम हो जाता है.
उदाहरण के तौर पर अगर आप बैंक में 6.5 प्रतिशत फिक्स डिपॉजिट करते हैं, तो मिलने वाले ब्याज पर आयकर देना होता है रिटर्न के लिहाज से काफी कम हो जाता है अगर आप फिक्स डिपॉजिट के विकल्प के रूप में तलाशते हैं, तो म्यूचुअल फंड के डेट फंड एक अच्छा विकल्प है डेट फंड में रिटर्न लगभग 8 फीसदी मिलता है जो 3 साल में आयकर लगभग शून्य रह जाता है.
एकमुश्त निवेश का भी चुन सकते हैं विकल्प
अगर आप लंबे समय तक (3 साल से अधिक) निवेश करना चाहते हैं, तो आपके लिए इक्विटी फंड ज्यादा फायदेमंद है, रिटर्न के लिहाज से देखें तो लगभग 15 फीसदी तक मिल सकता है.
इसके अलावा म्यूचुअल फंड में सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट योजना में निवेश करने पर लगभग 16 प्रतिशत से 20 प्रतिशत मिलता है अगले 5 साल रखने पर. आयकर के लिहाज से एक साल से ज्यादा रखने पर आयकर नहीं देना होता है. नियमित समय पर जिस तरह रेकरिंग या फिक्सड डिपॉजिट में निवेश करते हैं, डेब्ट फंड में भी निवेश के लिए सिप मोड के विकल्प होते हैं. अगर पूरी एफडी राशि को डेब्ट फंड में शिफ्ट करना चाहे तो अाप एकमुश्त निवेश का विकल्प चुन सकते हैं.
शेयर के जरिये भी कर सकते हैं जमा
निवेश आप किसी पब्लिक लिमिटेड कंपनी के शेयर्स खरीदते हैं और उसके शेयरहोल्डर बन जाते हैं. कंपनी अपने कुल लाभ में से कुछ फीसदी आपको लाभांश के रूप में देती है. इस प्रकार आपके द्वारा निवेश किये गये पैसे से आपको आमदनी होती है. निवेश के साथ कुछ खतरे भी होते हैं. हालांकि निवेश करने का सही तरीके से निवेश करना एक सोची समझी प्रक्रिया है, जिससे रिटर्न्स मिलने के लिए भाग्य पर निर्भर नहीं होना पड़ता.
आपको निवेश क्यों करना चाहिए?
अगर निवेश करने के बजाय आप अपने पैसे गुलक में रखते हैं तो यह कभी भी बढ़ते नहीं हैं. ऐसा करने के लिए आपको पैसे का निवेश वहां करना पड़ता है जहां आपको इस पर ब्याज मिल सके या ऐसे चीजें को बेचे या खरीदे जिनका मूल्य समय के साथ बढ़ा है. भविष्य के लिए निवेश कोई भी व्यक्ति जीवनभर काम नहीं करना चाहता. लक्ष्य चाहे कुछ भी हो बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजना या अपना सेवानिवृत्ति का समय समुद्र के किनारे बिताना, ठीक तरह से निवेश करने से आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं.
डेब्ट म्यूचुअल फंड में एफडी की तुलना में अधिक जोखिम होता है, शाॅर्ट व लांग टर्म में बेहतर रिटर्न की क्षमता होती है. डेब्ट फंड से होने वाली कमाई पर तब तक टैक्स नहीं लगता, जब तक रिडीम हो़
– शशि चरण पहाड़ी, मौर्या सिक्योरिटीज लिमिटेड

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें