नयी दिल्ली : भारत सरकार शेयर बाजार में निवेश को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करना चाहती है, ताकि इससे देश की इकोनॉमी को गति मिले और आम आदमी को अधिक से अधिक रिटर्न भी हासिल हो. इसी क्रम में श्रम मंत्रालय के नियंत्रण वाला प्रोविडेंटफंड आर्गेनाइजेशन आने वाले दिनों में ऐसे प्रावधान करने जा रहा है, जिससे पीएफ खाताधारी 15 प्रतिशत से अधिक रकम को भी शेयर बाजार में निवेश कर सकें. इससे बाजार से उन्हें अपने जमा धन पर अधिक लाभ कमाने का विकल्प मिलेगा. शेयर मार्केट में निवेश अनुपातिक रूप से दूसरे क्षेत्रों से ज्यादा मुनाफा देता है, भले वहां उतार-चढ़ाव के खतरे हों. फिलहाल यह सीमा 15 प्रतिशत है, जो अभी संस्थानिक स्तर पर होती है.
यानी प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन खुद फंड प्रबंधकों द्वारा यह निवेश करता है, लेकिन आने वाले दिनों में व्यक्तिगत आधार पर खाताधारी को निवेश विकल्प देने की तैयारी मेंयहसंस्था है. आरंभिक चरण में यह रकम इटीएफ के रूप में निवेश होगा. इटीएफ यूनिट को जरूरत के हिसाब से संबंधित खाताधारी रिडीम कर सकेंगे. अगले चरण में प्रोविडेंट फंड विभाग निवेश बढ़ाने का विकल्प देगा. इसके लिए प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन को सीबीडीटी से मंजूरी लेनी होगी.
प्रोविडेंट फंड ऑरगाइनेजेशन वर्तमान में 4.5 करोड़ पीएफ खाते को हैंडल करता है. वह लगभग दस लाख करोड़ रुपये कॉर्पस को मैनेज करता है. हाल के सालों में कई क्षेत्रों में जमा धन को बाजार में लगाने की पहल की गयी है.
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