Twitter बना सेतु, तो रेलवे के साथ अमूल ने शुरू की Utterly Butterly Service
नयी दिल्ली : डेयरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमूल ने देश के विभिन्न हिस्सों में सामान पहुंचाने के लिए रेलवे की परिवहन सेवाओं का इस्तेमाल शुरू किया है. इसके तहत रेलवे के रेफ्रीजरेटेड पार्सल डिब्बे में मक्खन की पहली खेप भेजी गयी है. दरअसल, डेयरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमूल ने करीब महीने भर पहले […]
नयी दिल्ली : डेयरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमूल ने देश के विभिन्न हिस्सों में सामान पहुंचाने के लिए रेलवे की परिवहन सेवाओं का इस्तेमाल शुरू किया है. इसके तहत रेलवे के रेफ्रीजरेटेड पार्सल डिब्बे में मक्खन की पहली खेप भेजी गयी है.
दरअसल, डेयरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमूल ने करीब महीने भर पहले भारतीय रेलवे को ट्विटर पर देश के विभिन्न हिस्सों में माल पहुंचाने के लिए रेलवे की सेवाओं का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव भेजा था.
इस प्रस्ताव में अमूल ने पूछा था कि वह देश भर में मक्खन पहुंचाने के लिए रेलवे के रेफ्रीजरेटेड पार्सल डिब्बे का इस्तेमाल करना चाहता है.
अमूल ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 17 मीट्रिक टन अमूल मक्खन का पहला शीतित डिब्बा पालनपुर से दिल्ली के लिए हमारी दूध रेलगाड़ी के साथ रवाना कर दिया गया है. इसके लिए अमूल ने त्वरित कदम उठाने के वास्ते भारतीय रेलवे का धन्यवाद किया.
अमूल ने 23 सितंबर को भारतीय रेलवे को भेजे अपने कारोबारी प्रस्ताव में पूछा था – वह भारत में अमूल मक्खन की सप्लाई के लिए रेफ्रीजरेटेड पार्सल वैन का इस्तेमाल करने का इच्छुक है. सलाह दें.
इस पर भारतीय रेलवे ने ट्विटर पर तुरंत कंपनी के ही प्रचलित टैग लाइन का इस्तेमाल करते हुए जवाब दिया – भारतीय रेलवे को अटर्ली बटर्ली दि टेस्ट ऑफ इंडिया को हर भारतीय तक पहुंचाने में प्रसन्नता होगी.
भारतीय रेल आमतौर पर यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल करता है. लेकिन शायद यह पहला मौका है जब इसका इस्तेमाल किसी कारोबारी प्रस्ताव के लिए हुआ है.
भारतीय रेलवे ने कुछ साल पहले खराब होने वाले सामान जैसे- फल, सब्जियों, मांस और चॉकलेट के सुविधाजनक परिवहन के लिए शीतित यान सेवा की शुरुआत की थी. हालांकि, ये सेवाएं कुछ विशिष्ट मार्ग पर ही उपलब्ध हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.