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दो दिन की तेजी पर लगा विराम, सेंसेक्स 281 व निफ्टी 97 अंक टूटे

नयी दिल्ली: शेयर बाजारों में पिछले दो दिन की तेजी पर सोमवार को विराम लगा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 281 अंक टूट कर 33,033.56 अंक पर बंद हुआ. अडाणी पोर्ट, कोल इंडिया, एल एंड टी और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट से बाजार दबाव बढ़ गया था. इससे […]

नयी दिल्ली: शेयर बाजारों में पिछले दो दिन की तेजी पर सोमवार को विराम लगा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 281 अंक टूट कर 33,033.56 अंक पर बंद हुआ. अडाणी पोर्ट, कोल इंडिया, एल एंड टी और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट से बाजार दबाव बढ़ गया था. इससे पहले, लगातार दो दिन इसमें तेजी दर्ज की गयी थी. कारोबारियों के अनुसार कमजोर वृहत आर्थिक आंकड़ा तथा कंपनियों के सतर्क रुख के साथ खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार धारणा प्रभावित हुई. मुद्रास्फीति का आंकड़ा सोमवार को जारी होना है.

तीस शेयरोंवाला बंबई शेयर बाजार सूचकांक शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ 33,397.41 अंक पर खुला और एक समय 33,417.30 अंक तक चला गया. लेकिन, उसके बाद इसमें गिरावट आयी और यह गिर कर नीचे 32,999.98 अंक तक चला गया था, लेकिन अंत में यह 281 अंक या 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33,033.56 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज का निफ्टी भी 96.8 अंक या 0.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,224.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,334.15 से 10,216.25 अंक के दायरे में रहा.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज लि के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, औद्योगिक उत्पादन वृद्धि घट कर 3.8 प्रतिशत पर आने, पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव तथा कच्चे तेल के दाम में तेजी को देखते हुए घरेलू निवेशकों ने सतर्क रुख अपना लिया है. हाल में जीएसटी परिषद की बैठक में कर मोर्चे पर राहत के बावजूद खुदरा एवं थोक मुद्रास्फीति में तेजी की आशंका से भी निवेशक सतर्क दिखे. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार औद्योगिक उत्पाद (आइआइपी) वृद्धि सितंबर में 3.8 प्रतिशत रही जो वर्ष 2016 के इसी महीने में 5 प्रतिशत तथा इस साल अगस्त में 4.5 प्रतिशत थी.

डाॅलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई. कारोबार के दौरान डाॅलर के मुकाबले रुपया 35 पैसे टूट कर 65.51 पर पहुंच गया. जीएसटी परिषद के कर दर में कटौती से राजस्व में सालाना 20,000 करोड़ रुपये के प्रभाव पड़ने की आशंका से रुपये की धारणा प्रभावित हुई.

वैश्विक स्तर पर एशिया तथा यूरोप के प्रमुख बाजारों में कोई उत्साहजनक स्थिति नहीं रही. शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट रही. इस गिरावट के साथ बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 31,876 करोड़ रुपये घट कर 143.8 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया.

घरेलू बाजार में जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें अडाणी पोर्ट शामिल है. कंपनी की दूसरी तिमाही में वित्तीय नतीजे बेहतर नहीं रहने से शेयर 4.11 प्रतिशत नीचे आया. इसके अलावा ओएनजीसी, कोल इंडिया, एचडीएफसी और एल एंड टी में भी गिरावट दर्ज की गयी. आइडिया सेल्यूलर को सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटे की खबर से शेयर 3.61 प्रतिशत नीचे आया. खंडवार सूचकांकों में दूरसंचार 1.94 प्रतिशत की गिरावट आयी. उसके बाद क्रमश: धातु उपभोक्ता टिकाऊ और पूंजीगत वस्तुओं का स्थान रहा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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