प्रति व्यक्ति औसत GDP के मामले में कतर टॉप पर, भारत का स्थान 126 वां

नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के आंकड़े की ताजा रपट के अनुसार प्रति व्यक्ति औसत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लिहाज से भारत एक पायदान ऊपर चढ़ कर 126वें स्थान पर पहुंच गया है. हालाकिं, वह अभी भी अपने दक्षिण एशिया के समकक्षों की तुलना में नीचे हैं. मुद्राकोष की सूची में खनिज तेल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2017 6:17 PM

नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के आंकड़े की ताजा रपट के अनुसार प्रति व्यक्ति औसत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लिहाज से भारत एक पायदान ऊपर चढ़ कर 126वें स्थान पर पहुंच गया है. हालाकिं, वह अभी भी अपने दक्षिण एशिया के समकक्षों की तुलना में नीचे हैं. मुद्राकोष की सूची में खनिज तेल सम्पन्न कतर शीर्ष स्थान पर बना हुआ है. यह रैंकिंग अंर्ताष्टरीय मुद्रा कोष की अक्टूबर 2017 की क्रय शक्ति समानता पर आधारित आंकड़ों पर की गयी है.

भारत में प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी पिछले साल 6,690 डॉलर के मुकाबले बढ़कर इस साल 7,170 डॉलर हो गया और वह 126वें पायदान पर पहुंच गया. दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में क्रेडिट सुइस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2.45 लाख करोड़पति हैं और देश की कुल घरेलू संपदा 5000 अरब डॉलर है.

प्रति व्यक्ति औसत 1,24,930 डॉलर के जीडीपी के साथ कतर 2017 में सबसे अमीर देश रहा. इसके बाद मकाउ (प्रति व्यक्ति जीडीपी -1,14,430 डॉलर) और लक्जमबर्ग (1,09,109 डॉलर) का स्थान है. ब्रिक्स देशों में प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी के लिहाज से भारत का स्थान सबसे नीचे हैं. रूस में प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी 27,900 डॉलर जबकि चीन में 16,620 डॉलर, ब्राजील में 15,500 डॉलर और दक्षिण अफ्रीका में प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी 13,400 डॉलर है. शीर्ष 10 देशों में चौथे स्थान पर सिंगापुर ( 90,530 डॉलर), पांचवें पर ब्रूनई (76,740 डॉलर), छठवें पर आयरलैंड (72,630 डॉलर), सातवें पर नोर्वे ( 70,590 डॉलर), आठवें पर कुवैत ( 69,670 डॉलर), 9वें पर संयुक्त अरब अमीरत ( 68,250 डॉलर), 10वें पर स्विट्जरलैंड ( 61,360 डॉलर) है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version