देश के किस हिस्से में बिक रही है सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक कारें ?

नयी दिल्ली : सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन को लेकर वाहन कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण को लेकर जोर दिये जा रहे हैं. सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों पर जोर दिये जाने के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में गुजरात पहले नंबर पर है. गुजरात में कुल मिलाकर 4,330 इलेक्ट्रिक वाहन बिके. वित्त वर्ष 2016 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2017 5:58 PM

नयी दिल्ली : सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन को लेकर वाहन कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण को लेकर जोर दिये जा रहे हैं. सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों पर जोर दिये जाने के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में गुजरात पहले नंबर पर है. गुजरात में कुल मिलाकर 4,330 इलेक्ट्रिक वाहन बिके. वित्त वर्ष 2016 -17 में गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र का नंबर आता है.

हालांकि चौंकाने वाली बात यह है कि प्रदूषण की मार झेल रही दिल्ली में स्वच्छ ईंधन को लेकर ज्यादा रूचि नहीं दिख रही है. इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के नवगठित संगठन ‘इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माता परिषद ‘एसएमईवी’ के एक अध्ययन के अनुसार 2016 -17 में महाराष्ट्र में 1926 इकाई, राजस्थान में 2,388 इकाई, उत्तर प्रदेश में 2,467 इकाई व पश्चिम बंगाल में 2,846 इकाई ई- वाहन बिके.इसके अनुसार उक्त इलेक्ट्रिक वाहनों में 92 प्रतिशत दुपहिया व केवल आठ प्रतिशत चौपहिया वाहन रहे.

खत्म हो रहा है डीजल – पेट्रोल कारों का दौर, भारतीय वाहन कंपनियों के लिए चुनौती

प्रदूषण के मद्देनजर सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर दे रही है जोर

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहनों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कहा था कि वाहन कंपनियों को वैकल्पिक ईंधन की ओर बढ़ना चाहिए. चेतावनी भरे लहजे में बात करते हुए गडकरी ने कहा कि भले ही आपको यह पसंद हो या नहीं. मैं आपसे कहूंगा भी नहीं लेकिन इन वाहनों को ध्वस्त कर दूंगा. चौंकाने वाले इस बयान से वाहन कंपनियों में हडकंप मच गयी है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version