80 की स्पीड पर प्याज की कीमतें, सरकार को राजस्थान और मध्य प्रदेश की नयी फसल भरोसा

नयी दिल्ली : देश में इस समय प्याज की कीमतें सातवें आसमान है और केंद्र सरकार को राजस्थान और मध्य प्रदेश से मंडियों में आने वाली नयी फसल पर भरोसा है. बुधवार को सरकार ने कहा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान से जब प्याज की नयी फसलों की आवक होगी, तब प्याज की कीमतों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 8:18 PM

नयी दिल्ली : देश में इस समय प्याज की कीमतें सातवें आसमान है और केंद्र सरकार को राजस्थान और मध्य प्रदेश से मंडियों में आने वाली नयी फसल पर भरोसा है. बुधवार को सरकार ने कहा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान से जब प्याज की नयी फसलों की आवक होगी, तब प्याज की कीमतों में कमी आयेगी. उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश से प्याज की नयी फसल की आवक होने के बाद इसके दाम में कमी आयेगी. प्याज की खुदरा कीमतें देश की कई सब्जी मंडियों में 80 रुपये किलो तक पहुंच गयी हैं.

इसे भी पढ़ें : 40 की स्पीड पर प्याज की महंगाई एक्सप्रेस

हालांकि, अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि इस साल खरीफ की प्याज का उत्पादन कम रह सकता है, पर सरकार इसकी आपूर्ति बढ़ाने तथा इसकी कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए कुछ ठोस पहल करने का दावा कर रही है. सरकार की ओर से बताया जा रहा है कि प्याज का आयात करने या किसानों से सीधे प्याज लेकर उसे खपत वाले क्षेत्रों में पहुंचाने से भी आपूर्ति सुधर रही है.

प्याज और टमाटर की ऊंची कीमत से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के बाद पासवान ने कहा कि हमने दिल्ली और अन्य शहरों में वितरण के लिए महाराष्ट्र सरकार से केंद्र की तरफ से 10,000 टन प्याज खरीद का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि आपूर्ति बढ़ने के साथ टमाटर के दाम भी नरम होने शुरू होंगे. टमाटर के खुदरा मूल्य 60 से 70 रुपये किलो पहुंच गया है.

पासवान ने कहा कि दिल्ली सरकार से नेफेड के प्रस्ताव पर विचार करने को कहा गया है. नेफेड ने राष्ट्रीय राजधानी में राशन की दुकानों के जरिये प्याज बेचने के लिए प्याज खरीदने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि प्याज के दाम में वृद्धि चिंता का विषय है. केंद्र सरकार दैनिक आधार पर दाम पर नजर रख रही है और दिल्ली सरकार ने इसके लिए एक टीम बनायी है.

कीमतों में कमी आने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि हम महाराष्ट्र के लासलगांव में दाम में कुछ सुधार देख रहे हैं. एशिया में प्याज की सबसे बड़ी मंडी लासलगांव में पिछले दो-तीन दिनों में प्याज 36 रुपये से 32 रुपये किलो पर आ गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की मंडी में दो राज्यों से प्याज की आवक के साथ प्याज के दाम में और कमी आयेगी. पासवान ने कहा कि कीमत मांग-आपूर्ति से जुड़ा है और मंत्रालय की इसमें सीमित भूमिका है.

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद नेफेड और एसएफएसी से उत्पादक राज्यों 12,000 टन प्याज की खरीद करने और उसे खपत वाले क्षेत्रों में वितरित करने को कहा गया है. नेफेड अब तक 1,000 टन प्याज की खरीद कर चुका है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र की एमएमटीसी 2,000 टन प्याज के आयात के लिए निविदा जारी की है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version