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राजकोषीय घाटा बढ़ा, बाजार में आयी बड़ी गिरावट, अब जीडीपी के आंकड़ों पर टिकी नजर

मुंबई : लगातार नयीऊंचाइयों को छू रहे भारतीय शेयर बाजार के लिए नवंबर एक्सपाइरी का दिन खराब रहा.गुरुवार को भारतीयशेयर बाजार के दोनों अहम सूचकांक सेंसेक्स औरनिफ्टी सवा प्रतिशत से अधिक की गिरावट पर बंद हुए. इसका सबसे बड़ा कारण राजकोषीय घाटा बढ़ना है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश का राजकोषीय घाटा अक्तूबर अंत में […]

मुंबई : लगातार नयीऊंचाइयों को छू रहे भारतीय शेयर बाजार के लिए नवंबर एक्सपाइरी का दिन खराब रहा.गुरुवार को भारतीयशेयर बाजार के दोनों अहम सूचकांक सेंसेक्स औरनिफ्टी सवा प्रतिशत से अधिक की गिरावट पर बंद हुए. इसका सबसे बड़ा कारण राजकोषीय घाटा बढ़ना है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश का राजकोषीय घाटा अक्तूबर अंत में पूरे साल के बजट अनुमान का 96 प्रतिशत पहुंच गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-अक्तूबर के बीच राजकोषीय घाटा 5.25 लाख करोड़ रुपयेया वित्त वर्ष 2018-18 के बजट अनुमान का 96.1 प्रतिशत पहुंच गया है.

आज सुबह सेही बाजार में सुस्ती थी और दिग्गज कंपनियों के शेयर में भी गिरावट दिख रहीथी. आज बाजार में दो महीने में सबसे ज्यादागिरावट आयी. सेंसेक्स 453 अंकगिर कर 33, 149 अंक पर और निफ्टी 134 अंक गिर कर 10226 अंक पर पहुंच गया. सेंसेक्स में आज 1.35 प्रतिशत व निफ्टी में 1.30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी.

बाजार में आज निवेशक सुबह से ही शाम में आने वाले जीडीपी नंबर को लेकर सावधानी बरत रहे थे. पिछले क्वार्टर में जीडीपी का नंबर पिछले कुछ सालों में सबसे खराब 5.7 प्रतिशत आया था. रायटर्स ने जीडीपी नंबर पर कराये पोलके आधार पर कहा है कि 52 प्रतिशत अर्थशास्त्रियों का मानना है कि जीडीपी का प्रतिशत इसक्वार्टर में 6.4 प्रतिशतरहेगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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