लगातार दस सालों तक 10% GDP हासिल कर किया जा सकता है चीन से मुकाबला
GDP के तिमाही नतीजे पर बाजार की निगाहें टिकी है. पिछलीतिमाहीमें जीडीपीके खराब आंकड़ों से सरकार को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी. गुजरात चुनाव से ठीक पहले जारी आंकड़ों का असर चुनावी मैदान में भी दिख सकता है. जीडीपी आंकड़ोंको आधुनिक अर्थव्यवस्था की तरक्की के सबसे बड़े सूचक के रूप में देखा जाता है. ऐसे […]
GDP के तिमाही नतीजे पर बाजार की निगाहें टिकी है. पिछलीतिमाहीमें जीडीपीके खराब आंकड़ों से सरकार को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी. गुजरात चुनाव से ठीक पहले जारी आंकड़ों का असर चुनावी मैदान में भी दिख सकता है. जीडीपी आंकड़ोंको आधुनिक अर्थव्यवस्था की तरक्की के सबसे बड़े सूचक के रूप में देखा जाता है. ऐसे वक्त में जब नोटबंदी और जीएसटी की मार झेल रही अर्थव्यवस्था के सामने नौकरियां पैदा करने की चुनौतियां हैं.अगर नतीजे अच्छे आते हैं तो केंद्र सरकार गुजरात चुनाव में इन सकरात्मक आंकड़ों का इस्तेमाल कर सकती है.
नोटबंदी के बाद आर्थिक वृद्धि के मामले में भारत के चीन से पिछड़ने पर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहाथा कि सरकार को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था को लेकर अपना सीना तब तक नहीं ठोकना चाहिये जब तक कि लगातार दस साल तक मजबूती जीडीपी वृद्धि हासिल नहीं कर ली जाती है
1990 में चीन और भारत की जीडपी लगभग बराबर थी. चीन 398 बिलीयन डॉलर व भारत 326 बिलीयन डॉलर की अर्थव्यवस्था थी. आज अगर दोनों देशों की तुलना करें तो भारत से चीन लगभग छह गुनी बड़ी अर्थव्यवस्था है.1990से लेकर 2016 तकदोनों देशों के जाीडीपी केआंकड़ेकी तुलनात्मक अध्ययन किया जाये तो,ज्यादातरमौकोंपर चीन ने जीडीपी के मामले में भारत को पछाड़ा है. लगातार उच्च वृद्धि दर हासिल करना आसान नहीं होता है. भारत जैसे विशाल आबादी वाला देश चीन की सामाजिक – आर्थिक परिस्थिति लगभग मिलती जुलती थी लेकिन पिछले 20 सालों में चीन ने करोड़ों जनता को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है.1983 में भारत में गरीबी रेखा से गुजर – बसर करने वालों की संख्या 54 प्रतिशत थी. 2011 में यह घटकर 21 प्रतिशत हो गया. वहीं चीन में गरीबी रेखा से नीचे गुजर – बसर करने वालों की संख्या 88 प्रतिशत थी जो घटकर 2013 में 2 प्रतिशत हो गयी.
वर्ष भारत चीन
1991 1.06 9.20
1992 5.48 14.20
1993 4.75 14.00
1994 6.66 13.10
1995 7.58 10.93
1996 7.55 10.00
1997 4.05 9.35
1998 6.18 7.80
1999 8.46 7.60
2000 3.98 8.40
2001 4.94 8.30
2002 3.91 9.10
2003 7.94 10.01
2004 7.85 10.10
2005 9.29 11.30
2006 9.26 12.68
2007 9.80 14.20
2008 3.89 9.64
2009 8.48 9.21
2010 10.26 10.41
2011 6.64 9.30
2012 5.08 7.76
2013 6.90 7.75
2014 7.17 7.36
2015 7.46 6.30
2016 7.47 6.30
पिछले पचास सालों से दक्षिण कोरिया ने पांच प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर हासिल की है.वृद्धि दर के साथ – साथ दक्षिण कोरिया ने निर्यात में भी डबल डिजीट ग्रोथ हासिल की है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.