वाशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने शुक्रवार को कहा कि जनवरी में वह भारत के लिए अपना विकास दर अनुमान संशोधित करेगा. हाल ही में क्रेडिट रेटिंग देने वाली अमेरिका की मूडीज ने करीब 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया है. उसने भारत को बीएए2 रेटिंग दी है जो पहले बीएए3 थी. इसके पीछे उसका तर्क भारत का एक स्थिर अर्थव्यवस्था होने के साथ ही यहां आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों को अपनाया जाना बताया है.
इसके बाद स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भी भारत की रेटिंग को अपरिवर्तित रखा है. उसकी रेटिंग बीबीबी माइनस है. उसका कहना है कि कम प्रति व्यक्ति आय से बढ़ रही कमजोरियों और सरकार के बढ़े ऋण और जीडीपी की मजबूत वृद्धि में एक संतुलन है. इसलिए उसने अपना दृष्टिकोण स्थिर रखा है. मुद्रा कोष के प्रवक्ता गैरी राइस ने यहां मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में कहा, हम भारत के लिए अपने अनुमान में संशोधन करेंगे, इसमें विकास दर भी शामिल है.
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उन्होंने कहा कि यह हम जनवरी में अपने विश्व आर्थिक परिदृश्य को संशोधित करने के साथ ही करेंगे. मुद्रा कोष का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत की जीडीपी वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 6.3 फीसदी रही है. इससे पिछली तिमाही में यह 5.7 फीसदी थी. यह भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार को दिखाता है.
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